यह सुनने और पढ़ने में अटपटा लग सकता है लेकिन अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के आने से क्या विराट कोहली के अच्छे दिन एक बार फिर शुरू होने वाले हैं? यह सवाल इसलिए क्योंकि जब डोनाल्ड ट्रंप पहली बार अमेरिका के राष्ट्रपति बने थे, तब विराट कोहली का स्वर्णिम दौर शुरू हुआ था. डोनाल्ड ट्रंप का अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति का कार्यकाल 20 जनवरी 2017 से लेकर 20 जनवरी 2021 तक रहा था और इस दौरान विराट कोहली ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में राज किया था. विराट कोहली ने इस दौरान 147 मैचों की 167 पारियों में 62.28 की औसत से 8720 रन बनाए थे. इस दौरान उनके बल्ले से 28 शतक और 40 अर्द्धशतक आए थे. विराट कोहली का सर्वश्रेष्ठ स्कोर इस दौरान 254 रन रहा था.

ट्रंप का पहला कार्यकाल और विराट कोहली का प्रदर्शन

2017 से लेकर 2020 तक विराट कोहली ने 34 टेस्ट मैचों की 57 पारियों में  58.66 की औसत से 3109 रन बनाए हैं. इस दौरान उनके बल्ले से 12 शतक, और 9 अर्द्धशतक आए थे. विराट का सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड इस दौरान 254 का रहा. बता दें, विराट से अधिक इस दौरान रन केवल जो रूट ने बनाए थे. जो रूट ने 45 मैचों की 81 पारियों में 3458 रन बनाए थे. इस दौरान उनके बल्ले से 7 शतक और 22 अर्द्धशतक आए थे.

बात अगर वनडे की करें तो विराट कोहली ने इस दौरान 73 मैचों की 72 पारियों में 74.82 की औसत से 4340 रन बनाए. इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 97.94 का रहा. विराट के बल्ले से 16 शतक और 22 अर्द्धशतक आए थे. वनडे में इस दौरान उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 160 रन रहा. विराट इस दौरान वनडे में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे. विराट से नीचे रोहित शर्मा थे, जिन्होंने 71 मैचों में 65.31 की औसत से 3984 रन बनाए थे.

वहीं टी20 अंतरराष्ट्रीय की बात करें तो विराट इस अवधि में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में पांचवें स्थान पर रहे. उन्होंने 40 मैचों में 43.82 की औसत से 1271 रन बनाए थे. इस दौरान उनके बल्ले से 9 अर्द्धशतक आए थे.

ट्रंप के जाने के साथ गंवाई फॉर्म

डोनाल्ड ट्रंप को 2020 के चुनावों में हार का सामना करना पड़ा था और इसके बाद से विराट के बल्ले ने भी आग उगलना बंद कर दिया. 20 जनवरी 2021 के बाद से विराट ने 31 टेस्ट में 33.11 की औसत से 1722 रन बनाए हैं. इस दौरान उनके बल्ले से सिर्फ दो शतक आए हैं. बात अगर वनडे की करें तो विराट ने इस दौरान 44 मैचों में 51.83 की औसत से 1866 रन बनाए थे. जबकि 40 टी20 अंतरराष्ट्रीयों में उन्होंने 1260 रन बनाए थे. हालांकि, एक सच्चाई यह भी है कि विराट कोहली ने अपने करियर की शुरुआत से बाद से ट्रंप के राष्ट्रपति बनने तक 13 हजार से अधिक अंतरराष्ट्रीय रन बना लिए थे. इस दौरान उन्होंने वनडे में 7700 से अधिक रन बनाए थे, जबकि टेस्ट में उन्होंने चार हजार से अधिक रन बनाए थे.

जब विराट से ट्रंप की तुलना पर हुआ था बवाल

साल 2017 में विराट कोहली की अगुवाई में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर गई थी. भारतीय टीम ने सीरीज का पहला मैच 75 रनों से जीता था, जबकि दूसरा मैच ड्रा पर समाप्त हुआ था. हार ऑस्ट्रेलिया के सर पर मंडरा रही थी और इससे बौखलाई ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने विराट कोहली की तुलना डोनाल्ड ट्रंप से की थी.

विराट कोहली मैदान से अंदर और बाहर, दोनों जगह ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की बखिया उधेड़ रहे थे. इसके बाद डेली टेलीग्राफ में प्रकाशित ‘सच्चाई के प्रति विराट कोहली की डोनाल्ड ट्रम्प जैसी अवमानना’ शीर्षक से बेन हॉर्न ने एक लेख लिखा था जिस पर काफी विवाद हुआ था. इस लेख में बेन हॉर्न ने लिखा था कि कैसे “राष्ट्रपति कोहली” (ट्रम्प जैसे) “फर्जी खबरें” फैला रहे हैं. ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के बारे में और यह “स्वयं के लिए एक कानून” है.

इस लेख का शुरुआती वाक्य था “भारतीय कप्तान अपने आप में एक कानून हैं और कोई भी – यहां तक ​​कि आईसीसी या उनका अपना बोर्ड भी नहीं – उन्हें लगातार फर्जी खबरों को जारी रखने के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराता है.” और यह: “राष्ट्रपति ट्रम्प की तरह, कोहली ने अपनी आलोचना पर मीडिया को दोषी ठहराने का फैसला किया.” बता दें, कोहली ने आरोप लगाया था कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी उनके कंधे पर लगी चोट का मजाक उड़ा रहे थे और भारतीय टीम के फिजियो पैट्रिक फरहार्ट का अनादर कर रहे थे.