ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी “शब्दों के बाण” चलाने के लिए माहिर हैं. रिकी पोंटिंग ने इसकी शुरुआत कर दी है. अब ऑस्ट्रेलियाई पूर्व विकेटकीपर टिम पेन ने भी भारतीय टीम पर “शब्दों के बाण” चलाकर खलबली मचा दी है. टिम पेन ने तो गौतम गंभीर को भारतीय क्रिकेट टीम के लिए सबसे बड़ा खतरा बता दिया है. ऑस्ट्रेलियाई पूर्व कप्तान के इस बयान ने फैन्स को भी चौंका कर रख दिया है. दरअसल, कुछ दिन पहले गौतम गंभीर ने रिकी पोंटिंग को लेकर कहा था कि, उन्हें अपने टीम के खिलाड़ियों और अपने टीम से मतलब रखना चाहिए न की भारतीय टीम को लेकर चिंता करना चाहिए. गंभीर के बयान के बाद पोंटिंग ने भारतीय कोच को चिड़चिड़े स्वभाव वाला व्यक्ति करार दे दिया था.
अब टिम पेन ने रिकी पोंटिंग की बातों पर अपनी सहमती जताई है, ृऑस्ट्रेलियाई पूर्व कप्तान ने एसईएन टैसी (SEN Tassie) पर बात करते हुए कहा कि पोंटिंग ने गंभीर को लेकर जो राय दी थी वो बिल्कुल सही थी. अपनी बात रखते हुए टिम पेन ने कहा, “गंभीर ने प्रेस क्रॉन्फ्रेंस में पोंटिंग को जिस तरह से जवाब दिया वह मुझे बिल्कुल भी पसंद नहीं आया है”
ऑस्ट्रेलियाई पूर्व विकेटकीपर ने कहा, “मुझे यह पसंद नहीं आया. मुझे लगता है कि यह अच्छा संकेत नहीं है, क्योंकि पोंटिंग से जो पूछा गया था वह बहुत ही सरल सवाल था. मुझे लगता है कि वह शायद रिकी को अभी भी ऐसे व्यक्ति के रूप में देख रहे हैं जिसके खिलाफ वह खेल रहे हैं, लेकिन रिकी अब एक कमेंटेटर हैं. उन्हें राय देने के लिए पैसे दिए जाते हैं. और उनकी राय बिल्कुल सही थी.”
उन्होंने आगे कहा: “विराट का प्रदर्शन खराब रहा है, यह चिंता का विषय है, बिल्कुल..लेकिन मेरे लिए, अभी भारत के लिए सबसे बड़ी चिंता रोहित शर्मा और विराट कोहली की बल्लेबाजी नहीं है, बल्कि उनके कोच गौतम गंभीर हैं.”
पेन ने कहा कि, “गंभीर एक आक्रमक कप्तान हैं और इस बड़े सीरीज में दबाव वाले समय में संयम से काम लेने वाले पल आएंगे. मुझे संदेह है कि गंभीर की आक्रमकता भारत के लिए मुश्किल पैदा न कर दे.”
इसके अलावा टिम पेन ने रवि शास्त्री के कार्यकाल की तारीफ की और कहा, “उन्होंने एक बेहतरीन माहौल टीम का बनाया था. खिलाड़ियों में जोश भरा, उन्होंने जोश के साथ खेला, उन्होंने उन्हें सपने दिखाए और उन्हें बहुत ही हल्के-फुल्के और मजेदार तरीके से प्रेरित किया. अब भारतीय टीम एक नए कोच के पास चले गए हैं जो वाकई बहुत ही आक्रामक और प्रतिस्पर्धी है.. और इसका मतलब यह नहीं है कि यह अच्छी बात नहीं है और कोचिंग का यह अच्छा तरीका नहीं है, लेकिन मेरी चिंता यह है कि यह भारतीय क्रिकेट टीम के लिए ऐसे कोच बिल्कुल भी उपयुक्त नहीं है.