उत्तर प्रदेश के संभल जिले में शाही जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हिंसक विरोध प्रदर्शन हुआ. इसमें चार लोगों की मौत हो गई और 30 पुलिसकर्मी समेत कई लोग घायल हुए हैं. संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान भी ये मुद्दा उठा और विपक्षी पार्टियों ने इस पर बहस की मांग की है. पुलिस ने हिंसा से जुड़े 15 लोगों को हिरासत में लिया है, जिसमें से 3 महिलाएं भी हैं. बवाल के बाद प्रशासन ने एहतियातन कई तरह की पाबंदियां लगा दी गई हैं. संभल में एक दिसंबर तक बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. आदेश के मुताबिक, जिले में बाहरी व्यक्ति, सामाजिक संगठन और जनप्रतिनिधि के प्रवेश पर लगाई रोक लगा दी गई है. प्रशासन ने अतिसंवेदनशील स्थिति को देखते हुए ये कदम उठाया है. आइए आपको बताते हैं, संभल के ताजा हालात…
संसद पहुंचा संभल मस्जिद विवाद
यूपी के संभल मस्जिद विवाद का मुद्दा देश की संसद तक पहुंच गया है. संसद का शीतकालीन सत्र जैसे ही आज शुरू हुआ, वैसे ही विपक्षी पार्टी के सांसदों ने संभल मुद्दे पर बहस की मांग शुरू कर दी. कुछ ही देर में लोकसभा में संभल को लेकर माहौल गरमा गया, जिसके बार कार्यवाही को स्थागित कर दिया गया. विपक्षी पार्टियों के तेवर देखकर लग रहा है कि वे संभल के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है.
विवाद को लेकर राज्य सरकार का रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण- प्रियंका गांधी
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने संभल हिंसा पर कहा, “संभल, उत्तर प्रदेश में अचानक उठे विवाद को लेकर राज्य सरकार का रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. इतने संवेदनशील मामले में बिना दूसरा पक्ष सुने, बिना दोनों पक्षों को विश्वास में लिए प्रशासन ने जिस तरह हड़बड़ी के साथ कार्रवाई की, वह दिखाता है कि सरकार ने खुद माहौल खराब किया. प्रशासन ने जरूरी प्रक्रिया और कर्तव्य का पालन भी जरूरी नहीं समझा. सत्ता में बैठकर भेदभाव, अत्याचार और फूट फैलाने का प्रयास करना न जनता के हित में है, न देश के हित में. माननीय सुप्रीम कोर्ट को इस मामले का संज्ञान लेकर न्याय करना चाहिए.