भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, चक्रवात ने भारतीय समयानुसार रात 10:30 बजे से 11:30 बजे के बीच पुडुचेरी के पास तट को पार किया. इस दौरान हवा की गति 70-80 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 90 किमी प्रति घंटे तक पहुंच गई थी.
- पुडुचेरी के निकट शनिवार को पहुंचा चक्रवात ‘फेंगल’ केंद्र शासित प्रदेश के पास स्थिर बना हुआ है और अगले तीन घंटे में इसके धीरे-धीरे कमजोर होने की संभावना है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार को यह जानकारी दी.
- चेन्नई हवाई अड्डे पर निलंबित हवाई सेवाएं शनिवार आधी रात के बाद फिर से शुरू हो गईं लेकिन कई उड़ानें रद्द कर दी गईं या उनमें देर हुई.
- आईएमडी-क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के अतिरिक्त महानिदेशक एस बालचंद्रन ने रविवार सुबह साढ़े सात बजे ताजा जानकारी देते हुए बताया कि पुडुचेरी में 46 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई.
- उन्होंने बताया कि चक्रवात ‘फेंगल’ ने शनिवार शाम साढ़े पांच बजे पुडुचेरी के पास पहुंचना शुरू किया था और ‘‘रात साढ़े 10 बजे से रात साढ़े 11 बजे के बीच” यह प्रक्रिया पूरी हुई. यह अब पुडुचेरी के करीब है.
- उन्होंने कहा, ‘‘इसके धीरे-धीरे पश्चिम की ओर बढ़ने और धीरे-धीरे कमजोर होकर उत्तर तटीय तमिलनाडु तथा पुडुचेरी पर एक गहरे दबाव क्षेत्र में बदलने की संभावना है.”
- तमिलनाडु के विल्लुपुरम जिले के मैलम में शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे से रविवार सुबह साढ़े पांच बजे तक 50 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई, जबकि पुडुचेरी में 46 सेंटीमीटर बारिश हुई. पुडुचेरी में हुई यह सबसे अधिक बारिश है.
- उन्होंने बताया कि 31 अक्टूबर 2004 को केंद्र शासित प्रदेश में 21 सेमी बारिश हुई थी.
- चक्रवात फेंगल के प्रभाव के कारण रंगनाथन सबवे पर बारिश के बाद जलभराव हो गया था.
- पुडुचेरी में नुकसान का आकलन जारी है. जानकारी के अनुसार पुडुचेरी में 150 लोगों को निकाला गया है.
- तिरुवल्लूर में चक्रवात को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है