बेगूसराय में स्कूल के लिए सड़क पर संग्राम,सड़क निर्माण के लिए विद्यालय की कुर्बानी के नाम पर भड़के छात्र, नाराज स्कूली बच्चों और ग्रामीणों ने फोरलेन सड़क को जाम कर दिया. बेगूसराय में प्राथमिकी विधालय के स्थांतरित करने की सूचना से नाराज स्कूली बच्चों और ग्रामीणों ने फोरलेन सड़क को जाम कर दिया है. बच्चों और ग्रामीणों ने सड़क पर रस्सी से घेर दिया और वहीं स्कूल के बैंच डेस्क रख कर जाम कर दिया है. जाम से एन एच 31 पर वाहनों की लंबी कतार लग गई है.

स्कूल शिफ्टिंग का क्या है पूरा मामला

दरअसल बरौनी प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय मोसादपुर फोर लाइन के किनारे अवस्थित है, फोर लेन सड़क निर्माण के दौरान स्कूल का आधा हिस्सा को तोड़ा जाएगा इसलिए अब विभाग के द्वारा इस मोसादपुर प्राथमिक विद्यालय को यहां से हटाकर दूसरे जगह हरपुर में शिफ्ट करने की बात कही गई है.

गांव वालों और बच्चों को जब इसकी जानकारी मिली तो लोग नाराज़ हो गए विधालय को दूसरे जगह ले जाने का विरोध किया. स्थानीय लोगों की माने तो स्कूल के स्थांतरित करने की जानकारी मिलने के बाद पदाधिकारी से शिकायत की गई कि इस विधालय को मोसादपुर में रहने दिया जाए यहां से दूर करने से बच्चों को आने जाने में परेशानी होगी. इसके बाद भी पदाधिकारी ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया है और अब स्कूल हटाने की बात कही जा रही है इसी से नाराज लोगों ने बच्चों के साथ एनएच- 31 को स्कूल के पास जाम कर दिया.

क्या कहते हैं मोसादपुर गांव के लोग 

मोसादपुर पंचायत के पंचायत समिति सदस्य पंकज रजक ने बताया कि मोसादपुर प्राथमिक विद्यालय को इसी जगह रखने की मांग को लेकर जाम किया गया है. दूसरे जगह स्थांतरित करने से बच्चों को परेशानी होगी. पदाधिकारी को यह भी कहा कि मोसादपुर में दूसरे जगह स्कूल की व्यवस्था की जानी चाहिए तब तक यहां रहने दिया जाए लेकिन इसे यहां हटा कर दूर भेजा जा रहा है.

बीडीओ के आश्वासन के बाद शांत हुए लोग

स्थानीय थाना प्रभारी सूचना मिलते ही पहुंचे और लोगों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं हुए. इसके बाद बरौनी बीडीओ मौके पर पहुंचे और लोगों को समझा कर शांत कराया है.आश्वासन दिया गया है कि बच्चे दूर नहीं जाएं, इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी. बीडीओ अनुरंजन कुमार ने बताया कि NH-31 फोरलेन का सर्विस रोड बनना है. इसके लिए विद्यालय के आगे वाले हिस्से का वर्ग कक्ष उसकी जद में आ रहा है. इसे तोड़े बिना फोरलेन का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सकता है. फिलहाल इसके लिए विभाग को लिखा जा रहा है और शेष बचे दो कमरे में ही पढ़ाई होगी. इसके बाद आगे की व्यवस्था की जाएगी.