लखनऊ चिनहट थाना क्षेत्र के इंडियन ओवरसीज बैंक में चोरी करने वाले 2 बदमाशों की पुलिस मुठभेड़ में मौत हो गई है. पहली मुठभेड़ लखनऊ में हुई, वहीं दूसरी दूसरी गाजीपुर में. इन्हीं मुठभेड़ में दोनों बदमाशों की मौत हो गई. बैंक की चोरी के बाद से ही बदमाशों की धरपकड़ के लिए पुलिस का एक्शन चल रहा है. लखनऊ के किसान पथ पर पुलिस और बदमाशों के बीच हुई इस मुठभेड़ में 25 हजार के इनामी बदमाश सोबिंद कुमार (29) को गोली लगी. जिसे अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. उसके साथ मौजूद एक अन्य आरोपी मौके से भागने में कामयाब रहा था. लखनऊ पुलिस की 24 घंटे के अंदर बैंक में चोरी करने वाले गिरोह के साथ यह दूसरी मुठभेड़ थी. जिसमें दूसरा बदमाश सनी भी मारा गया.
पुलिस की गिरफ्त में तीन आरोपी
सोमवार को पुलिस ने इंडियन ओवरसीज बैंक के चिनहट ब्रांच में हुई चोरी के 24 घंटे के भीतर मुठभेड़ के बाद गिरोह के 3 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया था. बैंक में चोरी को 7 बदमाशों ने अंजाम दिया था. जिनमें से 3 आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं. वहीं दो पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो चुके हैं. जबकि दो अभी भी फरार है. बैंक लॉकर लूट मामले में पकड़े गए तीनों आरोपी बिहार के रहने वाले हैं. अरविंद और कैलाश बिंद मुंगेर के हैं, जबकि बलराम भागलपुर का रहने वाला है. वहीं सोविंद कुमार की मुठभेड़ में घायल होने के बाद मौत हो चुकी है. सोविंद भी बिहार के मुंगेर का रहने वाला था.
बदमाशों के साथ कैसे हुई मुठभेड़
डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि बैंक में चोरी के बाद से ही पुलिस लगातार एक्टिव थी और जांच पड़ताल कर रही थी. इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली कि दो संदिग्ध गाड़ियां जलसेतु क्षेत्र गांव लौलई से जा रही है, जो बैंक चोरी मामले से जुड़ी हो सकती हैं. ये सूचना मिलने पर क्राइम टीम पूर्वी व चिनहट पुलिस मौके पर पहुंची. जिसके बाद तलाशी अभियान शुरू किया गया. जब यह गाड़ियां वहां से गुजर रही थी. तब इनसे पूछताछ के लिए इनको रोका गया तभी एक गाड़ी से एक व्यक्ति द्वारा पुलिस पर फायरिंग की गई. इसके बाद उन्होंने खेतों की तरफ भागने का प्रयास किया, इस दौरान कुछ बदमाश भाग गए. पुलिस की जवाबी फायरिंग में एक पैर पर गोली लगी. जिसके बाद घायल बदमाश को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था.
आरोपियों की तलाश में 6 टीमें
चिनहट क्षेत्र में स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक में चोरों ने चोरी की घटना को अंजाम दिया था. जिसकी शिकायत बैंक के मैनेजर ने पुलिस से की. इस मामले में पुलिस फौरन हरकत में आई और एक्शन शुरू हो गया. डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने वारदात के खुलासे के लिए कुल 6 टीमें बनाई थी. जिसमें डीसीपी पूर्वी की क्राइम टीम भी शामिल थी. डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया घटना के बाद लगातार पुलिस एक्शन में थी और जांच पड़ताल कर रही है.
बैंक में कैसे घुसे चोर
खाली प्लॉट से दीवार में सेंध लगाकर चोर बैंक के अंदर दाखिल हुए. जहां उन्होंने 90 लॉकर में से 42 लॉकर तोड़ डाले और उनमें रखा सामान चुरा ले गए. इंडियन ओवरसीज बैंक की जिस ब्रांच में ये चोरी हुई, वो ब्रांच पुलिस चौकी से 100 मीटर की दूरी पर है. अगर चोर पुलिस चौकी के इतने नजदीक से बैंक के लॉकर तोड़कर करोड़ों का माल उड़ा ले, तो यकीनन चोरी को बड़े ही शातिर ढंग से अंजाम दिया गया होगा. चोर इंडियन ओवरसीज बैंक की दीवार में सेंध लगाकर अंदर घुसे और वहां लॉकर काटते रहे लेकिन किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी. यहां तक कि पास में ही पेट्रोलिंग करने वाली टीम भी बैंक चोरी से बिल्कुल अंजान थी.
चोरों ने 42 लॉकर काटकर उड़ाया माल
चोरों ने चार घंटे में 90 में से 42 लॉकरो को काटकर उसमें रखे कीमती सामान को चुराया था. चोरों ने बैंक के जिन लॉकर को काटा, वो सभी लोगों ने बुक किए थे. बैंक से चोरों ने कितना माल उड़ाया, इसका सटीक आकलन अभी नहीं हो सका है, लेकिन चोरों ने करोड़ों का सामान बैंक लॉकर से उड़ाया. बैंक से कितना माल चोरी हुआ, इसके आकलन के लिए ब्रांच चोरी गए सामान की सूची तैयार करने के साथ ही लॉकर बुक कराने वाले कस्टमर्स से संपर्क कर रहा है.
बैंक चोरी का कैसे चला पता
जब रविवार दोपहर डेढ़ बजे बैंक के बगल की दुकान के मालिक जफर ने खाली प्लॉट की दीवार को टूटा हुआ देखा तब इस बैंक चोरी के बारे मालूम पड़ा. जफर ने दीवार टूटी देख इस बारे में पुलिस को सूचना दी. बैंक में इसी जगह से चोर दाखिल हुए थे, जहां दीवार टूटी थी. बैंक के पीछे की दीवार को करीब दो फीट की गोलाई में काटकर चार बदमाश अंदर दाखिल हुए थे. लॉकर रूम की दीवार को कटर से काटा गया था. चार घंटे में बदमाशों ने कुल 42 लाकरों को काटकर उसमें रखा माल चुरा लिया. बताया ये भी जा रहा है कि तीन से चार बदमाश चोरी के वक्त बैंक के बाहर भी थे. चोरों ने अपनी लंबाई तक के ही लॉकर काटे, जो लॉकर ज्यादा ऊंचे थे, उन्हें चोरों ने ऐसे ही छोड़ दिया.