HMPV (Human Metapneumovirus): तमिलनाडु सरकार ने ह्यूमेन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के बारे में जानकारी दी है कि राज्य में इसके दो मामले सामने आए हैं. एक चेन्नई और एक सलेम में इस वायरस के संक्रमित पाए गए हैं. हालांकि राज्य सरकार की ओर से कहा गया कि यह वायरस कोई नया नहीं है और यह पहले से फैल चुका वायरस है, जिसकी पहचान 2001 में हुई थी. एचएमपीवी वायरस स्थिर बना हुआ है और चिंता का विषय नहीं है.
“घबराने की कोई बात नहीं”
राज्य के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव की ओर से जारी सूचना में बताया गया कि एचएमपीवी संक्रमण आमतौर पर स्व-सीमित होते हैं, यानी यह अपने आप ठीक हो जाते हैं. इसके लिए पर्याप्त आराम और हाइड्रेशन की जरूरत होती है. इसके लिए सहायक उपचार दिया जाता है.
अतिरिक्त मुख्य सचिव की ओर से यह भी कहा गया कि वर्तमान में तमिलनाडु में श्वसन संबंधी अन्य वायरल संक्रमणों में कोई खास वृद्धि नहीं देखी गई है. 6 जनवरी 2025 को भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्य स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस की. इसमें तमिलनाडु के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया. इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ किया कि एचएमपीवी वायरस स्थिर है और चिंता का कोई कारण नहीं है.
“एचएमपीवी की रोकथाम के लिए बरतें सावधानी”
सरकार ने जनता से यह अपील की कि एचएमपीवी की रोकथाम के लिए वे अन्य रेस्पिरेटरी वायरस की तरह सावधानी बरतें, जैसे कि छींकते और खांसते समय मुंह और नाक ढकना, हाथ धोना और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनना. सरकार ने आश्वासन दिया है कि एचएमपीवी आमतौर पर खुद ठीक हो जाता है और इससे घबराने की कोई जरूरत नहीं है. सरकार की ओर से कहा गया कि जनता को आश्वस्त किया जाता है कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है. तमिलनाडु सरकार प्रतिबद्ध है और इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों और गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी की लगातार निगरानी कर रही है