दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार का दौर खत्म हो चुका है। लगातार चौथी बार दिल्ली में सरकार बनाने के लिए जहां आम आदमी पार्टी ने पूरा दमखम लगा दिया है तो भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने भी उससे सत्ता छीनने को कोई कसर बाकी नहीं रखी। राजनीतिक विश्लेषक इस चुनाव को अरविंद केरीवाल और उनकी पार्टी के लिए सबसे मुश्किल बता रहे हैं। खुद केजरीवाल भी बार-बार जनता को यह कहते हुए चेता रहे हैं कि यदि भाजपा आ गई तो मुफ्त की सुविधाएं बंद कर देगी, इसलिए गलत बटन ना दबाएं। एक दिन पहले उन्होंने ईवीएम में गड़बड़ी की आशंका जाहिर करते हुए समर्थकों से सभी सीटों पर 10 पर्सेंट से अधिक मार्जिन लेने की अपील की।
अरविंद केजरीवाल ने सूत्रों के हवाले से दावा किया कि मशीनों में 10 पर्सेंट वोटों की गड़बड़ी की जा सकती है। उन्होंने यह आशंका जाहिर करते हुए समर्थकों से कहा कि 15 पर्सेंट का मार्जिन हासिल करें, ताकि 10 पर्सेंट की गड़बड़ी होने पर भी 5 पर्सेंट के अंतर से जीत जाएं। केजरीवाल के इस दावे में कितनी सच्चाई है यह तो वह खुद बता सकते हैं, लेकिन चुनाव आयोग बार-बार ईवीएम में किसी भी तरह की छेड़छाड़ और गड़बड़ी की आशंकाओं को सिरे से खारिज करता रहा है। राजनीतिक विश्लेषक केजरीवाल के इस दावे के पीछे एक अलग रणनीति भी देख रहे हैं।