केजीएमयू स्टाफ नर्सिंग 2024 भर्ती में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के लखनऊ खंडपीठ में नियुक्ति के सुनवाई के बाद कोर्ट ने स्टे ऑर्डर का समय 20 दिन आगे कर दिया जिस से नाराज एक पक्ष संतुष्ट नहीं था नाराजगी के कारण गुस्से मे आग बबूला पक्ष और दूसरे पक्ष में केजीएमयू के डीन कार्यालय के सामने हुई जमकर भिड़ंत जिसमें कई लोगों को गंभीर चोटे आयी कुछ कि हालत गंभीर हुई जिन्हें फौरन केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया इस घटना से नाराज केजीएमयू कुलपति माननीय महोदया अर्चना गहरवार का बयान आया जिसमें उन्होंने कहा है कि अगर यही हालात रही तो मैं 2024 स्टाफ नर्सिंग के रिक्त पदो की भर्ती को निरस्त कर दूंगी उन्होंने दोनों पक्षों से आग्रह किया है कि आपसी समझौता करके निश्कर्ष निकाले और कोर्ट के आदेश का पालन करे अन्यथा उनके ऐसे उपद्रव करने की वजह से रिक्त पदो की भर्ती को निरस्त कर दिया जाएगा उनका कहना है कि उनके आपसी रंजिश के कारण केजीएमयू प्रांगण में शांति भंग हो रही और सभी नियम और अनुशासन तार-तार हो रहे उन्होंने आखिरी चेतावनी देते हुए कहा है अगर अब ऐसी कोई गतिविधि हुई जिस वजह से केजीएमयू के नियमों का उल्लंघन हुआ तो भर्ती निरस्त कर दी जाएगी जिसके जिम्मेदार वह खुद होंगे इसमें कोर्ट की कोई भूमिका नहीं रहेगी इसलिए अगली सुनवाई तक धैर्य रखे | केजीएमयू प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य विभाग के सचिव श्री रंजन कुमार के अध्यक्षता में केजीएमयू प्रशासन द्वारा पक्ष एवं विपक्ष को कल दोपहर 2 बजे केजीएमयू प्रशासनिक कार्यालय में बुलाया गया है और माननीय श्रीमती अर्चना गहरवार की अध्यक्षता में दोनों पक्षों को आपसी समझौता कराने की सहमती बनाई जाएगी |