तेलंगाना के नागरकुर्नूल जिले में ढही सुरंग में अभी भी 8 लोग फंसे हुए हैं. शनिवार को हुए इस हादसे के बाद से ही घटनास्थल पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी रेस्क्यू ऑपरेशन में सफलता नहीं मिली है. इस रेस्क्यू ऑपरेशन पर तेलंगाना के सीएम रेड्डी भी नजर बनाए हुए हैं. इस सुरंग का निर्माण कुछ दिन पहले ही फिर से शुरू हुआ था. यह सुरंग नागरकुर्नूल जिले में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल टनल (एसएलबीसी) के निर्माणाधीन खंड पर अमराबाद में स्थित है.घटनास्थल पर फिलहाल राहत और बचाव का काम चल रहा है.सुरंग में फंसे 8 मजदूर: तेलंगाना के नागरकुर्नूल जिले में SLBC परियोजना के तहत निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा ढह जाने के कारण 8 लोग पिछले 45 घंटे से ज्यादा वक्त से अंदर फंसे हुए हैं. जिन्हें बाहर निकालने की मशक्कत जारी है. सेना, NDRF, SDRF और अन्य एजेंसियां लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली हैमजदूरों के बचने की कितनी संभावना: भारतीय सेना, एनडीआरएफ और अन्य एजेंसियों की कड़ी मेहनत के बावजूद, एसएलबीसी परियोजना में सुरंग के अंदर फंसे आठ लोगों को निकालने के बचाव अभियान में रविवार को कोई सफलता नहीं मिली. प्रदेश के मंत्री जे. कृष्ण राव ने संवाददाताओं से कहा कि इन परिस्थितियों में बचने की संभावना “बहुत अच्छी नहीं हैसुरंग का आखिरी 200 मी. हिस्सा गाद से भरा: तेलंगाना के मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी ने बताया कि शनिवार सुबह करीब 70 लोग सुरंग में काम कर रहे थे. हादसे के बाद ज्यादातर लोग बाहर निकल आए, लेकिन 8 लोग अभी तक लापता हैं. उन्होंने बताया कि सुरंग का आखिरी 200 मीटर हिस्सा पानी और कीचड़ से भर गया है, जिससे बचाव दल को वहां तक पहुंचने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.रेस्क्यू क्यों हो रहा मुश्किल: भारी मशीनरी को अंदर ले जाना संभव नहीं है. इसलिए वैकल्पिक तरीकों से मलबा हटाने की कोशिश की जा रही है. सुरंग के अंदर गए कृष्ण राव ने संवाददाताओं को बताया, “सुरंग के अंदर मलबा इतना अधिक जमा हो गया है कि उसमें होकर गुजरना असंभव हो गया है. वे (बचावकर्ता) उसमें से गुजरने के लिए रबर ट्यूब और लकड़ी के तख्तों का उपयोग कर रहे हैं