धारावी पुनर्विकास परियोजना की ऐतिहासिक उपलब्धि: 53,000 घरों डोर-टू-डोर सर्वेक्षण हुआ पूरा

एशिया के सबसे बड़े स्लम के रूप में मशहूर मुंबई के धारावी का रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट तेजी (Dharavi Redevelopment Project) से काम कर रहा है. धारावी पुनर्विकास परियोजना ने 53,000 से अधिक घरों का डोर-टू-डोर सर्वेक्षण पूरा कर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की. जो मुंबई स्लम पुनर्वास प्राधिकरण SRA के इतिहास में सबसे अधिक है. गुरुवार को धारावी पुनर्विकास परियोजना (DRP) के CEO एसवीआर श्रीनिवास ने मुंबई में मीडिया से बात करते हुए सभी धारावीकरों से सर्वेक्षण में भाग लेने की अपील की, ताकि कोई भी आवास योजना से वंचित न रह जाए.85,000 झुग्गी बस्तियों की नंबरिंग पूरीनए सर्वेक्षण आंकड़ों के अनुसार 85,000 झुग्गी बस्तियों के लिए नंबरिंग पूरी हो चुकी है. जबकि लगभग 53,000 झुग्गियों में घर-घर जाकर सर्वेक्षण किया जा चुका है. माना जा रहा है कि एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी के लगभग 1.5 लाख झुग्गियों का पुनर्वास किया जाएगा.अपात्र निवासियों को धारावी के बाहर आधुनिका टाउनशिप में किया जाएगा शिफ्टटेंडर शर्तों के अनुसार पात्र धारावीकरों को धारावी के भीतर ही पुनर्वासित किया जाएगा, जबकि अपात्र निवासियों को धारावी के बाहर 10 किमी के दायरे में मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) के भीतर आधुनिक सुविधाओं के साथ आधुनिक टाउनशिप में शिफ्ट किया जाएगा. निवासियों को अच्छी तरह से नियोजित टाउनशिप में रखा जाएगा, जिसमें चौड़ी सड़कें, हरित स्थान और उचित जल और सीवेज सिस्टम इत्यादि जैसी उपयुक्त सुविधाएँ होंगी.धारावी पुनर्विकास परियोजना के तहत सर्वेक्षण के ज़रिए हर घर, दुकान, शैक्षणिक और धार्मिक संस्थान को एक खास पहचान संख्या दी जा रही है. इस सर्वेक्षण के आधार पर ही धारावी के पुनर्विकास की योजना बनाई जाएगी और इसके आधार पर पुनर्वास पात्रता तय की जाएगी.

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