क्या है घाम तापो पर्यटन, पीएम मोदी ने क्यों इसका जिक्र किया, जानिए इसके फायदे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड के उत्तरकाशी के दौरे पर रहे. इस दौरान प्रधानमंत्री ने घाम तापो पर्यटन का नया मंत्र उत्तराखंड को दिया. दरअसल, प्रधानमंत्री ने घाम तापो शब्द स्थानीय भाषा गढ़वाली से लिया है, जो उत्तराखंड में सबसे ज्यादा प्रचलित है. सर्दियों में मैदानी इलाकों में प्रदूषण और कोहरे की वजह से धूप नहीं आती है, इसलिए प्रधानमंत्री ने लोगों के अपील की है कि उत्तराखंड आकर वह धूप का आनंद ले.उत्तराखंड के उत्तरकाशी के गंगोत्री धाम के शीतकालीन प्रवास मुखबा में पूजा अर्चना और दर्शन करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बृहस्पतिवार को पहुंचे. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तरकाशी के हर्षिल क्षेत्र का दौरा किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक जनसभा को संबोधित किया और साहसिक धार्मिक पर्यटन के अलावा डेस्टिनेशन वेडिंग की बात भी कही, लेकिन सबसे खास बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक नए विजन मंत्र उत्तराखंड को दिया, जिसमें प्रधानमंत्री ने गढ़वाली भाषा में घाम तापो पर्यटन की बात कही.क्या अर्थ है घाम तापो पर्यटन काघाम तापो शब्द स्थानीय भाषा गढ़वाली से लिया गया है, इस शब्द का मतलब धूप सेंकने से होता है. घाम का मतलब धूप होता है और तापो का अर्थ सेंकना होता है. प्रधानमंत्री ने इस शब्द का इसलिए प्रयोग किया, क्योंकि दिल्ली, मुंबई, जैसे महानगरों में प्रदूषण की वजह से लोगों को धूप नहीं मिल पाती है. इससे कई तरह की बीमारियां लग जाती हैं, खासकर हड्डियों और त्वचा से जुड़ी बीमारियां होती हैं. यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात को उठाया है और अपील की है कि उत्तराखंड पर्यावरण के लिहाज से बेहद साफ सुथरा क्षेत्र है और यहां पहाड़ों पर हर बार धूप छाई रहती है, इसलिए सभी लोग सर्दियों के मौसम में पहाड़ों पर आकर धूप का आनंद लें. इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पर्यटन से जोड़कर एक नया नाम देते हुए धाम तापो पर्यटन का नाम दिया है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here