भारत और पाकिस्तान पारंपरिक प्रतिद्वंद्वी हैं. युद्ध का मैदान हो या फिर खेल का मैदान, भारत और पाकिस्तान के बीच जंग चलती आई है. हाल ही में आईसीसी चैंपिंयस ट्रॉफी में भारत के हाथों हार का पाकिस्तान में मातम मनाया गया और भारत में इस जीत का जबर्दस्त जश्न. लेकिन एक और मैदान है जहां भारत और पाकिस्तान आमने-सामने होते हैं. यहां भी नारे लगते हैं और आंखों में आंखें डाल कर एक-दूसरे को डराया जाता है. मैं बात कर रहा हूँ पंजाब के अटारी बॉर्डर पर हर शाम होने वाली बीटिंग द रिट्रीट समारोह की.बीटिंग द रिट्रीट दरअसल, सूर्यास्त के समय झंडे उतारने के समारोह को कहा जाता है. भारत पाकिस्तान की अटारी सीमा पर हर शाम दोनों देशों के जवान अपने-अपने झंडे उतारते हैं. धीरे-धीरे इस कार्यक्रम ने एक उत्सव का रूप ले लिया है. यह है देशभक्ति का उत्सवभारत-पाकिस्तान और अटारी बॉर्डरइस रविवार जब भारत और न्यूजीलैंड आईसीसी चैंपियन्स ट्रॉफी के फाइनल में दुबई में एक-दूसरे के आमने-सामने थे, ठीक उसी समय मैं अपने परिवार के साथ अटारी बॉर्डर पर बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी के लिए मौजूद था. हालांकि इसी मैच के कारण दर्शकों की संख्या शुरुआत में थोड़ी कम दिखी लेकिन धीरे-धीरे यह पूरा भरता चला गया. यह घोड़े की नाल के आकार का एक विशाल स्टैंड है जो स्टेडियम जैसा दिखता है जिसमें ऊपर भी दर्शकों को बैठाया जाता है. एक विशालकाय तिरंगा यहां आते ही आपका स्वागत करता है. अमृतसर से अटारी करीब आधे घंटे का रास्ता है. टोल आते ही तिरंगे झंडे और सैनिक टोपियां बेचने वाले आपको घेर लेते हैं. अटारी पहुंचते ही इनकी संख्या बढ़ती चली जाती है. स्टेडियम में एंट्री बिल्कुल मुफ्त है और बीएसएफ की ओर से बार-बार इसका ऐलान भी होता है.