उत्तरप्रदेश। सचिवालय और मिनी सिविल सचिवालय के कर्मचारी 17 जनवरी तक सामूहिक अवकाश लेकर दोनों सचिवालयों में गेट रैलियां करेंगे। यह एलान बुधवार को उत्तर प्रदेश सिविल सचिवालय के कर्मचारियों की जॉइंट एक्शन कमेटी की बैठक के बाद किया गया।
उत्तर प्रदेश सिविल सचिवालय स्टाफ एसोसिएशन के चेयरमैन सुखचैन सिंह खैरा ने बताया कि मुलाजिमों की मांगों और डीए की बकाया तीन किस्तें रिलीज करने पर सरकार की चुप्पी के खिलाफ कुछ दिन पहले सचिवालय में मुलाजिमों ने रैली की थी। उस समय सरकार की तरफ से प्रमुख सचिव (वित्त) ने मुलाजिम संगठनों के साथ बैठक करके दो दिन में ‘अच्छी खबर’ देने का भरोसा दिलाया गया था, लेकिन अब तक सरकार की तरफ से बैठक का कोई पत्र नहीं भेजा गया, जिसके कारण मुलाजिमों में रोष है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश स्टेट मिनिस्टीरियल स्टाफ यूनियन के बैनर तले जिलों के सभी डीसी दफ्तरों में हड़ताल जा है और साझा मुलाजिम मंच की तरफ से बुधवार को उत्तर प्रदेश में निदेशालयों की यूनियनों के साथ बैठक करके वीरवार से आंदोलन की तैयारी कर ली गई है।
इस बैठक में सुखचैन खैरा के अलावा सचिवालय अफसर एसोसिएशन के प्रधान मनजीत रंधावा, परसोनल स्टाफ एसोसिएशन के प्रधान मलकीत औजला, सचिवालय स्टाफ एसोसिएशन के प्रधान सुशील कुमार, महासचिव साहिल शर्मा, वित्त कमिश्नर राजस्व कर्मचारी एसोसिएशन के महासचिव अलका चोपड़ा, सचिवालय स्टाफ की अमनदीप कौर, सुदेश कुमारी, जसबीर कौर, मनवीर सिंह, इंदरपाल भंगु, संदीप कौशल, दर्जा चार यूनियन के प्रधान जगतार सिंह और आतिथ्य विभाग यूनियन के प्रधान बजरंग यादव भी मौजूद रहे।
हड़ताल के मद्देनजर उत्तर प्रदेश पुलिस भी तैयार
उत्तर प्रदेश सिविल सचिवालय के मुलाजिमों की जॉइंट एक्शन कमेटी की तरफ से 17 जनवरी को घोषित की गई हड़ताल को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस को भी तैयार रहने के लिए कह दिया गया है। उत्तर प्रदेश के स्पेशल डीजीपी (इंटेलिजेंस) की तरफ से उत्तर प्रदेश के एसपी को पत्र लिखकर जॉइंट एक्शन कमेटी द्वारा की जा रही रोष रैलियों के बारे में जानकारी दे दी गई है। इस पत्र में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश सिविल सचिवालय-2 की जॉइंट एक्शन कमेटी के प्रधान सुशील कुमार द्वारा सेक्टर-9 स्थित मिनी सचिवालय में भोजनावकाश के दौरान गेट रैली की जा रही है। इसके साथ ही 17 जनवरी को सेक्टर-1 स्थित उत्तर प्रदेश सिविल सचिवालय में सुबह 9 बजे गेट रैली की जाएगी। इन मौकों पर मुलाजिम सचिवालय के गेट बंद कर सकते है और किसी तरह की गुप्त कार्रवाई भी कर सकते हैं। इसे देखते हुए पुलिस को पूरी तैयारी करनी चाहिए