कांग्रेस ने पहली बार माना है कि 2024 के आम चुनाव में पार्टी के लिए मोदी सरकार का अकेले सामना करना काफी मुश्किल होगा। उन्होंने भाजपा के खिलाफ विपक्ष के एकजुट होने की ओर इशारा करते हुए कहा कि कांग्रेस अकेले लोकसभा चुनाव में इस सरकार से नहीं लड़ सकती।

वेणुगोपाल ने कहा कि भाजपा के विरोध में पड़ने वाले वोटों को बिखरने से रोकने के लिए विपक्षी दलों की एकजुटता सबसे अहम मानक है। उन्होंने आगे कहा, “कांग्रेस भी विपक्षी एकता को लेकर चिंतित है। राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने कई मौकों पर मौजूदा स्थिति को बयां किया है कि कांग्रेस अकेले इस सरकार का सामना नहीं कर सकती। कांग्रेस हर कीमत पर लड़ेगी। लेकिन हमें इस अलोकतांत्रिक, तानाशाही सरकार से लड़ने के लिए विपक्षी एकता की जरूरत होगी।”

देश में अब आपातकाल जैसी स्थिति?
वेणुगोपाल ने आगे कहा, “सभी जानते हैं कि देश में अभी कैसी स्थिति है। मौजूदा सरकार पूरी तरह तानाशाही पर उतर आई है। देश में अघोषित आपतकाल जैसी स्थिति है। इस तानाशाही सरकार से लड़ना विपक्ष के लिए एक बड़ा काम है, खासकर कांग्रेस पार्टी के लिए।” उन्होंने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि इस यात्रा ने कार्यकर्ताओं को जोश से भर दिया है और हम जल्द ही मोदी सरकार के खिलाफ नीतियां और योजनाएं बनाएंगे, जिससे उसे उखाड़ फेंका जा सके।
राजस्थान के उदयपुर में चिंतन शिविर के दौरान कांग्रेस के 50 अंडर 50 मंत्र पर वेणुगोपाल ने आगे कहा, “हम बिल्कुल साफ कह चुके हैं कि पार्टी के पदाधिकारियों में 50 साल से नीचे के युवाओं का भी प्रतिनिधित्व होना चाहिए। हम इसे 15 दिन में ही नहीं कर सकते। हमारा विचार यही है कि पार्टी के 50 फीसदी पदाधिकारी 50 की उम्र से नीचे होने चाहिए।”