एनआईए ने हरियाणा और दिल्ली में आतंकवादी-गैंगस्टर-ड्रग तस्कर जुड़े सिंडिकेट के सदस्यों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है और उनकी कुल पांच संपत्तियों को कुर्क किया है।
नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आतंकवादी-गैंगस्टर-ड्रग तस्कर नेटवर्क को खत्म करने की ठान रखी है। एजेंसी ने हरियाणा और दिल्ली में आतंकवादी-गैंगस्टर-ड्रग तस्कर जुड़े सिंडिकेट के सदस्यों की कुल पांच संपत्तियों को कुर्क किया है। बता दें कि फरवरी 2023 में एनआईए ने पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली/एनसीआर में गैंगस्टरों और उनके सहयोगियों से जुड़े 76 स्थानों पर छापेमारी की थी और उनकी संपत्तियों की कुर्की और बरामदगी की थी।
एनआईए ने अगस्त 2022 में यूएपीए के तहत 3 प्रमुख संगठित अपराध सिंडिकेट के खिलाफ मामले दर्ज किए थे, जिन्होंने उत्तरी राज्यों में अपने माफिया शैली के आपराधिक नेटवर्क फैलाए थे और कई सनसनीखेज अपराधों में शामिल थे, जैसे कि लोकप्रिय गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या और व्यापारियों से बड़े पैमाने पर जबरन वसूली। उनके अपराधों में महाराष्ट्र के बिल्डर संजय बियानी और पंजाब में एक अंतरराष्ट्रीय कबड्डी आयोजक संदीप नंगल अंबिया की हत्या शामिल थी।
जांच एजेंसी के मुताबिक इनमें से कई साजिशों के मास्टरमाइंड के तार पाकिस्तान और कनाडा सहित कई देशों से जुड़े थे। ये संगठन जेलों के अंदर रहकर भी अपराधों को अंजाम दे रहे थे। कुर्क की गई संपत्तियां ‘आतंकवाद की आय’ पाई गईं, जिनका इस्तेमाल आतंकी साजिश रचने और अपराधों को अंजाम देने के लिए किया गया।
एनआई के द्वारा कुर्क की गई संपत्तियों में दिल्ली में आसिफ खान का मकान, हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में सुरेंद्र सिंह उर्फ चीकू का तीन अलग-अलग स्थानों पर एक मकान और कृषि भूमि शामिल है। आसिफ खान एक सुरक्षित पनाहगाह सहित बदमाशों को हथियार और रसद सहायता कर रहा था।
सुरेंद्र उर्फ चीकू कुख्यात माफिया नेताओं नरेश सेठी, अनिल चिप्पी और राजू बसोदी का करीबी सहयोगी है, जिसे पहले एनआईए ने गिरफ्तार किया था। वह हत्या, अपहरण और जबरन वसूली के कई आपराधिक मामलों में शामिल था। वह रियल एस्टेट और अन्य व्यवसायों में ‘आतंक की आय’ और अपराध का निवेश करने में सहायक रहा है।
एनआईए ने बताया कि आने वाले दिनों में विभिन्न राज्यों के पुलिस बलों के साथ-साथ आतंक और माफिया के ऐसे नेटवर्क और उनके सहायक बुनियादी ढांचे को नष्ट करने और ‘आतंकवाद और अपराध की आय’ से प्राप्त उनकी संपत्तियों को कुर्क करने और जब्त करने का अभियान तेज किया जाएगा।