चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग अब पहले से भी ज्यादा ताकतवर बन चुके हैं। नेशनल पीपल्स कांग्रेस (NPC) की 14वीं बैठक में शी जिनपिंग को तीसरा बार राष्ट्रपति चुना गया। इस बाबत एनपीसी ने मुहर लगा दी है। 5 मार्च के दिन एनपीसी ने रविवार के दिन सालाना बैठक शुरू की। सप्ताह भर चली इस बैठक के बाद 69 वर्षीय शी जिनपिंग को राष्ट्रपति चुन लिया गया। हालांकि उनको इस बैठक में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। जीरो कोविड नीति के मुद्दे पर भी कई सवाल उठाए गए। हालांकि शी जिनपिंग ने सभी सवालों को पार कर लिया।

तीसरी बार राष्ट्रपति बने शी जिनपिंग

रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बैठक में शी जिनपिंग को तीसरे राष्ट्रपति के कार्यकाल के लिए चुना गया है। इससे उनकी राजनीतिक क्षमता को और भी ताकत मिलेगी। बता दें कि इस बैठक के बाद अब शी जिनपिंग आधुनिक चीन के सबसे लंबे समय तक राष्ट्रपति बनने का रिकॉर्ड बना चुके हैं। बता दें कि उनका तीसरा कार्यकाल ऐसे वक्त पर सुनिश्चित हुआ है जब दुनियाभर की अर्थव्यवस्था धीमी गति से चल रही है और दुनिया के कई देशों के बीच युद्ध व तनाव की स्थिति बनी हुई है।

रक्षा बजट का खर्चा

बता दें कि इस साल चीन का लक्ष्य है कि वह अपने रक्षा पर साल 2023 में 18 लाख करोड़ रुपये खर्च करने वाला है। बता दें कि चीन का रक्षा बजट भारत के रक्षा बजट की अपेक्षा 3 गुना ज्यादा है। वहीं चीन ने साल 2023 के लिए इकोनॉमिक ग्रोथ का लक्ष्य 5 फीसदी रखा है। बता दें कि इससे पूर्व चीन के राष्ट्रपति के पद पर काबिज रहने की सीमा केवल 2 बार की ही थी। लेकिन साल 2018 में शी जिनपिंग ने इस नियम को खत्म कर दिया। वहीं पिछले अक्टूबर में उन्हें सीपीसी का महासचिव भी चुना गया था।