लालू यादव पर भारतीय रेलवे में भर्ती के दौरान धांधली और जमीन के बदले नौकरी देने का आरोप लगाया गया है। सीबीआई ने इस मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी है। वहीं, ED ने लालू परिवार के सदस्यों के ठिकाने पर छापेमारी भी की है।

नई दिल्ली: जमीन के बदले नौकरी घोटाले में आज जेडीयू के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव का कुनबा दिल्ली में कोर्ट के सामने पेश हुआ है। लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी और बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती और हेमा यादव समेत घोटाले के 16 आरोपियों को कोर्ट ने हाजिर होने के लिए समन भेजा था। CBI की चार्जशीट का संज्ञान लेने के बाद सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने घोटाले के आरोपियों को आज कोर्ट में हाजिर होने के लिए कहा था। इस मामले में जहां सीबीआई ने एक हफ्ता पहले ही राबड़ी देवी, लालू यादव और मीसा भारती समेत दूसरे आरोपियों से पूछताछ की है। वहीं, ED ने लालू परिवार के सदस्यों के ठिकाने पर छापेमारी भी की है।

जमीन के बदले नौकरी…घोटाले के कितने आरोपी?

लालू यादव, राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती समेत कुल 16 लोगों को आज दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेशी है। लालू यादव पर भारतीय रेलवे में भर्ती के दौरान धांधली और जमीन के बदले नौकरी देने का आरोप लगाया गया है। सीबीआई ने इस मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी है। राबड़ी देवी मंगलवार को ही दिल्ली पहुंच चुकी थी जबकि लालू प्रसाद यादव पहले से ही दिल्ली में हैं।

इससे पहले सीबीआई 6 मार्च को पटना में राबड़ी देवी और दिल्ली में लालू और मीसा भारती से पूछताछ कर चुकी है। सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि-
मामला नंबर-1
पटना के संजय राय ने 3,375 वर्ग फीट का प्लॉट राबड़ी देवी को महज 3.75 लाख रुपये में बेचा। बदले में संजय रॉय और उनके परिवार के 2 लोगों को नौकरी मिली।

मामला नंबर-2
पटना के हजारी राय ने 9,527 वर्गफीट जमीन एके इन्फोसिस प्राइवेट लिमिटेड को बेची। 2014 में राबड़ी देवी एके इन्फोसिस प्राइवेट लिमिटेड की डायरेक्टर बन गईं। हजारी राय के दो भतीजों दिलचंद कुमार और प्रेमचंद कुमार को रेलवे में नौकरी मिली।

मामला नंबर-3
पटना के लालबाबू राय ने 13 लाख रुपये में 1,360 वर्गफीट ज़मीन राबड़ी देवी को बेच दी। लाल बाबू राय के बेटे लाल चंद राय को रेलवे में नौकरी दे दी गई।

इसी तरह के 7 मामलों में मीसा भारती और हेमा यादव के नाम पर भी जमीन खरीदी गई। ये सारे मामले 2004 से 2009 के बीच के हैं जब लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे। सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में लिखा है कि लालू के सरकारी आवास में भोला यादव भर्ती के बदले जमीन का सौदा करते थे। इस मामले में ईडी ने तेजस्वी यादव समेत लालू प्रसाद यादव के करीबियों के घर छापा मारा था। इस छापेमारी को तेजस्वी ने बदले की राजनीति बताया था।

BJP ने की तेजस्वी के इस्तीफे की मांग
इस मामले में तेजस्वी यादव को भी समन जारी हुआ है लेकिन वो पेश नहीं हुए। आज लालू फैमिली के दूसरे लोगों को हाजिर होना है। साथ ही आज उन्हें भी हाज़िर होना है जिन्हें जमीन के बदले नौकरी मिली है। बीजेपी ने इस मामले में तेजस्वी यादव पर इस्तीफे का दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया है। तेजस्वी के इस्तीफे की मांग को लेकर बिहार विधानसभा में मंगलवार को जमकर हंगामा भी हुआ। इस बीच आरजेडी ने मांग की है कि सीबीआई, ईडी और केन्द्रीय एजेंसियों की जांच को रोकने के लिए बंगाल की तर्ज पर बिहार विधानसभा में बिल लाया जाए।