संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत से ही सत्ता पक्ष के सदस्य लंदन में राहुल गांधी द्वारा भारतीय लोकतंत्र के संबंध में की गई टिप्पणी को लेकर उनसे माफी की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस ने भी पीएम मोदी द्वारा विदेशी दौरों के दौरान पूर्व में भारत को लेकर की गई टिप्पणी का हवाला देते हुए बीजेपी पर पलटवार किया।

नई दिल्ली: संसद में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर बवाल जारी है। लगातार चौथे दिन संसद में कोई कामकाज नहीं हो पाया है। आज भी लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित की जा चुकी है। सत्ता पक्ष और विपक्ष अपनी अपनी रणनीति बनाने में व्यस्त है। आज संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीनियर मंत्रियों के साथ बैठक की। वहीं, विपक्षी दलों ने भी बैठक कर अपनी रणनीति तय की। विपक्षी सांसद थोड़ी देर में अपनी मांग को लेकर महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने ह्यूमन चेन बनाई।

राहुल की टिप्पणी, अडानी से जुड़े मुद्दे पर लोकसभा में हंगामा

इससे पहले राहुल गांधी द्वारा भारत के लोकतंत्र को लेकर लंदन में दिए गए बयान पर बीजेपी के सदस्यों ने और अडाणी समूह से जुड़े मामले की JPC से जांच की मांग को लेकर कांग्रेस समेत कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों ने लोकसभा में भारी हंगामा किया। शोर शराबे के कारण सदन की कार्यवाही शुरू होने के करीब 5 मिनट बाद ही दोपहर 2 बजे तक स्थगित करनी पड़ी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आसन के पास नारेबाजी कर रहे विपक्षी सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और सत्ता पक्ष के सदस्यों से शांत होने की अपील की।

बिरला ने कहा, ‘‘मैं सदन चलाना चाहता हूं। मैं आपको (विपक्ष) भी कहूंगा कि अपने स्थान पर बैठें और उनको (सत्ता पक्ष) भी कहूंगा कि बैठें।’’ उन्होंने कहा कि संसद की एक मर्यादा होती है और ‘‘हम संसद की मर्यादा को बनाए रखें।’’ हंगामा नहीं थमने पर अध्यक्ष बिरला ने कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी।

राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही स्थगित
वहीं, हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही भी शुरू होने के तुरंत बाद कल तक के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पहले आज सुबह भी जैसे ही उच्च सदन की कार्यवाही आरंभ हुई, सभापति जगदीप धनखड़ के आसन पर बैठने से पहले ही, मुंह पर काली पट्टी बांधे तृणमूल कांग्रेस के सदस्य आसन के निकट दोनों ओर खड़े हो गए। तृणमूल कांग्रेस के सदस्य इस बात का विरोध कर रहे थे कि उन्हें बोलने नहीं दिया जा रहा है। इसी दौरान अन्य विपक्षी सदस्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे जबकि सत्ताधारी दल के सदस्य राहुल गांधी से माफी की मांग कर रहे थे। धनखड़ ने आसन के निकट मौजूद तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों से अपनी सीटों पर लौट जाने का आग्रह किया लेकिन उन्होंने इसे अनसुना कर दिया। सभापति ने इन सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई की भी चेतावनी दी लेकिन इसका कोई असर ना होता देख उन्होंने बैठक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।