एसएसपी ने बताया कि सुशील व उसके साथियों ने फेसबुक से नंबर हासिल कर पांच लोगों से संपर्क किया था। लेकिन शूटिंग के लिए तीन नहीं आए, जबकि दो आने को तैयार हो गए। इसके बाद आरोपियों ने दोनों को अलग-अलग तारीख पर अलग-अलग जगह बुलाकर वारदात की।

गोरखपुर जिले में खोराबार इलाके के रामनगर कड़जहां फोरलेन पर गाजीपुर के युवक से वीडियो कैमरा लूटने के पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। घटना का पर्दाफाश करते हुए एसएसपी ने बताया कि मुख्य आरोपी सुशील पासवान ने अपने साथियों संग मिलकर वारदात की थी।

एसएसपी ने बताया कि सुशील खुद का प्रोडक्शन हाउस खोलना चाहता था और इसी के लिए वारदात की थी। घटना में शामिल बदमाशों की संख्या पांच होने की वजह से पुलिस ने डकैती की धारा बढ़ा दी। आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेजा गया।

पकड़े गए आरोपियों की पहचान देवरिया के महुआडीह के सेमरहिया निवासी सुशील पासवान, अनिकेत भारती, अभिषेक पासवान, सुनील बांसफोड़, रंजीत कुमार के रूप में हुई है। पुलिस लाइंस में एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर व एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस कर पकड़े गए बदमाशों के बारे में जानकारी दी।

एसपी ने बताया कि बीते 21 मार्च को खोराबार में गाजीपुर निवासी दीपक यादव के संग वीडियो कैमरा की लूट हुई थी। पुलिस को कुछ लोगों की बातचीत की रिकार्डिंग मिली थी। जांच में सामने आया कि सरगना सुशील पासवान देवरिया में ही डांस क्लास चलाता है और भोजपुरी डिस्को नाम से उसका यूट्यूब चैनल भी है। जिसपर वह और उसके साथी वीडियो बनाकर डालते हैं। चैनल चल नहीं रहा था और आमदनी नहीं हो रही थी, इसलिए इन लोगों ने सोचा कि अपना खुद का प्रोडक्शन हाउस खोला जाए और उसके लिए तमाम सामग्री जुटाई जाए।

सामग्री के लिए इन लोगों ने लूट व डकैती की साजिश रची और फिर वारदात को अंजाम दिया। उनके पास से पुलिस ने दो तमंचा, दो कारतूस, एक रिवाल्वर 32 बोर, 7 कारतूस, दो कैमरा, कैमरे की चार बैटरी, दो कैमरा बैटरी चार्जर, ट्राइपोर्ट सहित अन्य सामग्री बरामद की गई है।

फेसबुक से हासिल किए थे नंबर, 13 हजार में थी बुकिंग

आरोपियों ने फेसबुक ने नंबर हासिल कर गाजीपुर के दीपक से संपर्क किया था। दीपक इस समय वाराणसी में रहते हैं और बुकिंग पर कैमरा लेकर जाते हैं। आरोपियों ने 13 हजार में बुकिंग करके उन्हें गोरखपुर बुलाया था। एसएसपी ने बताया कि गोरखपुर आने के बाद दीपक ने सुशील से संपर्क किया तो उसने रेलवे स्टेशन पर अपने साथी रंजीत को लेने के लिए भेज दिया। उन्हें लेकर रंजीत हाईवे पर आया जहां पहले से अन्य आरोपी असलहा व डंडा लेकर खड़े थे। साथियों के पास पहुंचते ही रंजीत ने बाइक रोक ली और फिर दीपक की पिटाई कर कैमरा लूट लिया था।

पांच लोगों से किया था संपर्क, दो लोगों से की लूट
एसएसपी ने बताया कि सुशील व उसके साथियों ने फेसबुक से नंबर हासिल कर पांच लोगों से संपर्क किया था। लेकिन शूटिंग के लिए तीन नहीं आए, जबकि दो आने को तैयार हो गए। इसके बाद आरोपियों ने दोनों को अलग-अलग तारीख पर अलग-अलग जगह बुलाकर वारदात की। पहली वारदात देवरिया में 17 मार्च को की गई। आरोपियों की साजिश में सुशील की शिष्या अर्चना शामिल हो गई और फिर लूट की। इसके बाद फिर गोरखपुर में लूट हुई।