भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2023 का तीसरा टेस्ट इंदौर में खेला गया था। यह मुकाबला ढाई दिन के अंदर ही भारतीय टीम हार गई थी।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हाल ही में संपन्न हुई बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2023 का तीसरा टेस्ट मैच इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेला गया था। यहां की पिच पर मैच ढाई दिन के अंदर ही खत्म हो गया था और पहले दिन से ही विकेटों का पतझड़ देखने को मिल रहा था। इसके बाद आईसीसी द्वारा मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड की रिपोर्ट के मद्देनजर इंदौर की पिच को खराब (Poor) रेटिंग दी गई थी। इसी के साथ मैदान को तीन डिमेरिट अंक भी मिले थे जो अगले पांच साल तक मान्य थे। इसके बाद बीसीसीआई ने इस फैसले के खिलाफ अपील की जिसे आईसीसी ने अब पलट दिया है। इसी के साथ भारतीय क्रिकेट बोर्ड को बड़ी जीत मिली है।
बीसीसीआई की अपील के बाद आईसीसी के जनरल मैनेजर क्रिकेट वसीम खान और मेन्स क्रिकेट कमेटी के सदस्य रोजर हार्पर ने इस टेस्ट मैच के फुटेज फिर से देखे। इसके बाद दोनों का इसको लेकर मानना था कि मैच रेफरी ने जिस प्रक्रिया के तहत इसे खराब यानी Poor रेटिंग दी थी वो यह बताने के लिए पर्याप्त नहीं थी कि पिच पर अत्यधिक बाउंस है या नहीं। जिसके बाद दोनों की रिपोर्ट के आधार पर आईसीसी ने अपना फैसला पलटा और होल्कर स्टेडियम की पिच को पूअर की जगह औसत से भी कम (Below Average) रेटिंग दी और तीन डिमेरिट अंक को घटाकर एक किया गया। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल के इस फैसले से बीसीसीआई को बड़ी जीत मिली है।
पहले भी हुआ है ऐसा…
आपको बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले भी आईसीसी पिच से जुड़े मुद्दे पर अपना फैसला पलट चुकी है। गौरतलब है कि 1 दिसंबर से 5 दिसंबर (2022) तक पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच रावलपिंडी में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के अंतर्गत एक टेस्ट मैच खेला गया था। इस मैच के बाद आईसीसी ने रावलपिंडी की पिच को औसत से भी कम (Below Average) बताया था और एक डिमेरिट अंक दिया था। इसके बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने अपील की और इस फैसले पर आईसीसी को पलटते हुए औसत (Average) में बदलना पड़ा था।
क्या है पूरा नियम?
आईसीसी द्वारा पिचों को दी जाने वाली रेटिंग के अनुसार पिचों को वेरी गुड (very good), गुड (Good), एवरेज (Average), बिलो एवरेज (Below Average), पूअर (Poor) और अनफिट (Unfit) में रेट किया जाता है। बिलो एवरेज पर एक, पूअर पर तीन और अनफिट होने पर पांच डिमेरिट अंक दिए जाते हैं। यह डिमेरिट अंक अगले पांच साल तक मान्य रहते हैं। अगर किसी मैदान को कुल पांच डिमेरिट अंक मिल जाते हैं तो उस पर एक साल यानी 12 महीनों तक इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं होने का बैन लग सकता है। वहीं 10 डिमेरिट अंक पर यह बैन 24 महीने यानी दो साल तक बढ़ जाता है।