उत्तर प्रदेश के आगरा में सिंचाई विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर बेरोजगार युवक से लाखों की ठगी का मामला सामने आया है। यही नहीं उसे फर्जी नियुक्ति पत्र भी दे दिया गया। जब वह ज्वाइनिंग करने के लिए पहुंचा तो ठगी होने का पता चला। पीड़ित ने पुलिस से शिकायत की है। मामले में मंगलवार को पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। जबकि दो साथी फरार हैं।
मामला सदर थाना क्षेत्र के राजपुर चुंगी का है। यहां के निवासी अभिषेक कुमार के साथ धोखाधड़ी हुई। सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर ठगों ने 3.50 लाख रुपये और चार लाख रुपये के चेक ले लिए। इसके बाद फर्जी नियुक्ति पत्र पकड़ा दिया। यह सिंचाई विभाग अलीगढ़ का था। वह नियुक्ति पत्र लेकर कार्यालय पहुंचा। तब पता चला कि वो फर्जी है।
फर्जी प्रमाण पत्र की छायाप्रति बरामद
जानकारी होने के बाद पीड़ित वापस घर लौटा और थाना पहुंचा। शिकायत पर पुलिस मुकदमा दर्ज करके जांच में जुटी। थानाध्यक्ष नीरज कुमार ने टीम के साथ आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास किए। मंगलवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। डीसीपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी मोहनपुरा निवासी मनोज है। उसके पास से 1500 रुपये, दो मोबाइल और फर्जी प्रमाण पत्र की छायाप्रति बरामद की।
दो साथी फरार हैं, उनकी तलाश की जा रही है
बताया कि गिरफ्तार आरोपी वह पूर्व में भी जेल जा चुका है। उसके दो साथी रामवीर सिंह और अमित सिंह उर्फ दानिश हैं। वह फरार हैं। दानिश से मनोज की मुलाकात जेल में हुई थी। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी मनोज का भाई जिनेंद्र है। उसने वायु सेना में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी की थी, वह जेल में बंद है।