बिहार के जमुई जिले में तीन एकड़ जमीन के लिए दबंगों ने एक महिला को लाठी-डंडों से पीटा और गला दबाकर हत्या कर दी। महिला की उम्र करीब 45 साल बताई जा रही है। सूचना पर पहुंची पुलिस को परिजनों के आक्रोश का सामना करना पड़ा।
जमुई जिले में बरहट थाना क्षेत्र के नुमर पंचायत स्थित बखारी गांव में गुरुवार दोपहर जमीन विवाद में गांव के ही कुछ दबंग प्रवृत्ति के लोग एक महिला की उसके घर में घुसकर गला दबाए और पीट-पीटकर हत्या कर दिए। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है। वहीं, घटनास्थल पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई है। मृतक की पहचान बखारी गांव निवासी कपिलदेव यादव की 45 साल की पत्नी नीलम देवी के रूप में हुई है।
जानकारी के अनुसार, गुरुवार को जमीन का सर्वे किया जा रहा था। उसी दौरान दो पक्षों के बीच जमीन नापी को लेकर झड़प हो गया। दूसरे पक्षों के उमेश यादव, अरुण यादव, सुधीर यादव, रूपेश यादव, निरंजन यादव, सकिनदर यादव और मनोज यादव सहित अन्य लोगों ने नीलम देवी के घर में घुसकर उसे पीट-पीटकर और उसका गला दबाकर हत्या कर दिया। महिला की हत्या के बाद इलाके में तनाव की स्थिति पैदा हो गई। वहीं, घटना की सूचना स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा बरहट थाने के पुलिस को दिया गया, जिसके बाद सूचना मिलते ही बरहट थानाध्यक्ष अजय कुमार आजाद दल-बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे, जहां थानाध्यक्ष को मृतक के परिजनों का आक्रोश का सामना करना पड़ गया।
मृतक के परिजनों ने थानाध्यक्ष पर भी हत्या में शामिल लोगों को साथ देने का आरोप लगाया है। साथ ही परिजनों ने कहा कि न ही आप अरहर कटवाते और न ही घटना होता। आप को पिछले पांच दिन से इसकी सूचना दी जा रही थी, पर आपने कोई कार्रवाई नहीं किया। वहीं, काफी देर बाद कड़ी मशक्कत के बाद महिला के शव को कब्जे में लेकर मामले की छानबीन में जुट गई है। इधर मौके पर पहुंचे बरहट, मलयपुर और लक्ष्मीपुर थाना की पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आधा दर्जन आरोपियों को हिरासत में लिया है।
घटना के संबंध में मृतक महिला के भतीजा अरविंद यादव ने बताया कि हमारे परिवार के द्वारा करीब तीन एकड़ जमीन में लहरों का दिया था और हमारे परिवार व गोतिया के बीच करीब 13 एकड़ जमीन विवाद का मामला 2012 से कोर्ट में चल रहा है। इधर, तीन एकड़ जमीन में अरहर हम लोगों के द्वारा लगाया गया था। जब उसको काटने के लिए गए तो घर के बगल के लोगों द्वारा रोका गया, जिसका मामला बरहट थाना में लगे जनता दरबार में लिखित शिकायत किया गया था।
इस पर बरहट सीओ रणधीर प्रसाद और बरहट थाना कि पुलिस ने दोनों पक्षों के बीच अरहर के फसल को काटने पर रोक लगा दिया था। लेकिन थानाध्यक्ष अजय कुमार आजाद मेरे गैर हाजरी में दूसरे पक्ष को फसल काटने की अनुमति दे दिए, जिस कारण विपक्षी जबरदस्ती तीन एकड़ में लगे अरहर के फसल को काट लिए। गुरुवार को अचानक उसी जमीन पर सर्वे को लेकर नापी कराया जा रही थी, जिसका हमारे द्वारा मना करने के बाद लोग नहीं माने और विवाद करने लगे। इसकी सूचना बरहट थानाध्यक्ष को दिया गया था। लेकिन पुलिस के द्वारा उचित कार्रवाई नहीं करने के कारण आज यह घटना घटी है।