बदायूं में एक महिला ने हेड कांस्टेबल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला का कहना है कि शादी का झांसी देकर हेड कांस्टेबल ने दुष्कर्म किया। इस दौरान उसने वीडियो बना लिया। इसके बाद वीडियो वायरल करने की धमकी देकर लगातार तीन साल से दुष्कर्म करता रहा।

बदायूं के हजरतपुर थाना क्षेत्र में यूपी 112 पर तैनात हेड कांस्टेबल तीन साल से महिला के साथ दुष्कर्म कर रहा था। करीब दो महीने पहले पीड़िता ने एसएसपी से मामले की शिकायत की तो सीओ सिटी ने जांच शुरू की। सीओ सिटी की जांच में आरोप सही पाए तो हेड कांस्टेबल पर दुष्कर्म और उसकी सिपाही पत्नी ऊषा पर जान से मारने की धमकी देने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज की गई।

पीड़ित महिला के मुताबिक वह एक निजी अस्पताल में काम करती है। 24 जुलाई 2021 को उसके भाई का मोहल्ले में विवाद हो गया था। मामले की सूचना पर यूपी 112 पीआरवी तैनात हेड कांस्टेबल पन्नालाल मौके पर पहुंचा था। उसने मामले में समझौता करा दिया था। समझौते के बाद वह चाय पीने के बहाने उसके घर आया।

बताया कि जिस अस्पताल में वह काम करती है वहां उसका आना-जाना रहता है। यह कहते हुए उसने उसका मोबाइल नंबर ले लिया। फिर वह उसे अक्सर कॉल करने लगा। बातचीत होने पर वह उसके घर भी आने लगा। 28 जुलाई 2021 को शाम करीब चार बजे जब वह घर में अकेली थी तब पन्नालाल एक अज्ञात व्यक्ति के साथ उसके घर आया और उसके साथ दुष्कर्म किया।

उसके साथ आए व्यक्ति ने उसकी वीडियो बना ली। इसके बाद वीडियो वायरल करने की धमकी देते हुए उसे अपने पास बुलाकर शोषण करता रहा। उससे लगातार पैसे भी ऐंठता रहा। पीड़िता के मुताबिक आठ अगस्त 2021 को वह उसे बरेली के अलखनाथ मंदिर ले गया। जहां उससे शादी की, तब से वह उसके साथ लगातार दुष्कर्म कर रहा है।

 

विरोध करने पर वह उसे वीडियो वायरल करने की धमकी दे रहा है। चार महीने पहले उसे पता चला कि पन्नालाल शादीशुदा है और उसकी पत्नी ऊषा भी पुलिस में सिपाही है और गोरखपुर में तैनात है। इस बात की जानकारी हुई तो उसने विरोध किया। महिला ने बताया कि आरोपी और उसकी पत्नी मिलकर उससे अब तक सात लाख रुपये ऐंठ चुके हैं। वह दो महीने से उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस अफसरों के चक्कर काट रही थी।

दो महीने पहले महिला ने एसएसपी कार्यालय में शिकायत करते हुए दुष्कर्म के साथ ही मोटी रकम हड़पने का आरोप लगाया तो पुलिस अधिकारियों ने जांच शुरू की। इसके बाद हेड कांस्टेबल की सिपाही पत्नी ने भी शिकायत दर्ज कराई तो उसको भी बयान के लिए बुलाया गया। दोनों पक्षों के कई बार बयान दर्ज हुए। बाद में सीओ सिटी आलोक मिश्रा की जांच में सामने आया कि महिला ने जो आरोप लगाए हैं वह सही हैं। सीओ सिटी की जांच रिपोर्ट के बाद ही हेड कांस्टेबल और उसकी पत्नी पर एफआईआर दर्ज की गई।

प्रथम दृष्टया आरोप सही पाए जाने पर एफआईआर दर्ज कराई गई है। आरोपी हेड कांस्टेबल को निलंबित किया जा चुका है। विभागीय जांच अभी जारी है। – आलोक मिश्रा, सिओ सिटी