जिला पंचायत सदस्य निरंजन यदुवंशी और मंजू यदुवंशी के खिलाफ विकास सिंह की हत्या करने की रिपोर्ट गुरुवार को दर्ज हुई है। हालांकि अभी तक विकास का शव बरामद नहीं हुआ है, लेकिन निरंजन की ससुराल में विकास की चप्पलें और कमरे में खून के छींट मिले हैं।

बरेली के मीरगंज क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य निरंजन यदुवंशी और उनकी पत्नी मंजू यदुवंशी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। विकास सिंह नाम की हत्या में नामजद दोनों के खिलाफ पुलिस टीम को तमाम सबूत मिले हैं। निरंजन की ससुराल में विकास को बहाने से बुलाकर मारपीट करने की पुष्टि हुई है। हालांकि पूरे आरोपों की पुष्टि के लिए पूछताछ की जा रही है।

नथपुरा गांव निवासी निरंजन और मंजू यदुवंशी के खिलाफ विकास सिंह की हत्या करने की रिपोर्ट गुरुवार को दर्ज हुई है। विकास की मां मीरा सिंह ने आरोप लगाया कि पत्नी से विकास की नजदीकी से बौखलाए निरंजन ने साजिश के तहत बुलवाकर उनके बेटे की हत्या कर शव छिपा दिया है। सोमवार शाम वह खाना खाकर मोबाइल पर बात करता घर से निकल गया था, तब से उसका सुराग नहीं लगा है। इसके बाद से पुलिस साक्ष्य जुटाने में लगी थी।

 

निरंजन की ससुराल में की छानबीन 

रविवार सुबह थाना पुलिस, सर्विलांस सेल, एसओजी डॉग स्क्वायड के साथ निरंजन की ससुराल पहुंच गई। टीमों ने स्थानीय लोगों से पूछताछ के बाद ससुराल के कमरों की तलाशी ली। वहां एक कमरे में विकास की चप्पलें बरामद हो गईं और दीवारों पर खून जैसे छींटे भी मिले। इसके बाद टीम खोजी कुत्ते को लेकर घूमी जो गांव से बाहर खेतों तक गया। चार टीमों ने शव छिपाने के अंदेशे में गांव की चारों दिशाओं में करीब तीन किमी तक जंगल और खेतिहर इलाके में तलाश की।

दोपहर बारह से तीन बजे तक जांच में कुछ नतीजा नहीं मिल सका। इस दौरान निरंजन और उनकी पत्नी मीरगंज थाने पहुंच गए। पुलिस ने उनको हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी। निरंजन से एक कमरे में सीओ हर्ष मोदी व इंस्पेक्टर हरेंद्र सिंह तो मंजू से दूसरे कमरे में महिला पुलिस सवाल दाग रही है। यहां फिलहाल दोनों हत्या के आरोप से इनकार कर रहे थे।
नानी ने स्वीकारा- पिटाई के बाद भागा था विकास
निरंजन की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस पर दबाव बढ़ा तो पुलिस ने रिश्तेदारों को थाने में बैठाना शुरू कर दिया। निरंजन की ससुराल के पड़ोस में ही उनकी रिश्ते की नानी और मामा रहते हैं। पुलिस ने इनसे पूछताछ की तो नानी ने बताया कि निरंजन के ससुर का कहीं इलाज चल रहा था। इसलिए निरंजन की पत्नी अपने मायके आई थीं। सोमवार रात शोरशराबे पर वह जागीं तो पता लगा कि निरंजन की पत्नी के नंबर से कॉल करके विकास को बुलाया गया था, उसकी पिटाई की गई थी। उन्हें बताया गया कि वह फरार हो गया।

नेता की शरण में थे निरंजन, सेटिंग से हुआ सरेंडर

मुकदमा दर्ज होने के दौरान निरंजन मीरगंज में ही थे। उन्होंने विकास से जुड़ाव की बात सिरे से खारिज कर खुद को निर्दोष बताया था। बाद में वह मोबाइल बंद कर भूमिगत हो गए। सूत्रों के मुताबिक निरंजन पत्नी समेत दिल्ली में एक नेता के संरक्षण में थे। उन्हीं की पैरवी के बाद निरंजन को पुलिस को सौंपा गया।

इंस्पेक्टर पर लगाए आरोप, कप्तान पर जताया भरोसा

निरंजन यदुवंशी कुर्मी बिरादरी से और विकास सिंह जाट समुदाय से जुड़े हैं। दोनों ही पक्ष के लोग भाजपा से जुड़े हैं। सूत्र बताते हैं कि शुरू में पुलिस निरंज पर रिपोर्ट लिखने से कतरा रही थी, लेकिन विकास पक्ष ने प्रदेश के एक बड़े भाजपा नेता से शिकायत की तो रिपोर्ट दर्ज की गई।

रविवार को विकास के परिवार के कई लोग निरंजन की ससुराल वाले गांव में पुलिस की कार्रवाई देखने पहुंचे। इन लोगों ने थाना पुलिस खासकर इंस्पेक्टर मीरगंज पर आरोपी पक्ष से दोस्ती का आरोप लगाया। उन्हें एसएसपी पर भरोसा है कि सही कार्रवाई होगी। विकास को लेकर स्थिति स्पष्ट न हुई तो एसएसपी दफ्तर पर धरना देकर अपनी बात रखेंगे। हालांकि सीओ ने इन्हें आश्वासन दिया कि पुलिस जीजान से खुलासे में जुटी है।

एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि पुलिस पूरी निष्पक्षता से काम कर रही है। जल्दी ही केस का खुलासा कर सच सामने लाया जाएगा। कोई कितना ही प्रभावशाली हो, अगर वह दोषी है तो जेल जाएगा।