पेट्रोल और डीजल सस्ता हो सकता है। बशर्ते, क्रूड ऑयल के ग्लोबल प्राइसेज में और गिरावट आ जाए। पीटीआई ने भारत सरकार के सूत्रों के हवाले से खबर की है कि भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम तभी घटाए जा सकते हैं, जबकि ग्लोबल ऑयल प्राइसेज में और गिरावट आए। आधिकारिक सूत्रों ने पीटीआई को बताया है कि रिटेल डोमेस्टिक मार्केट में पेट्रोल और डीजल की कीमतें 15 डेज रोलिंग एवरेज पर तय की जाती हैं।

ऑयल कंपनियां डेली बेसिस पर रिवाइज करती हैं कीमतें

अगर ग्लोबल ऑयल प्राइसेज में और गिरावट आती है तो 15 डेज रोलिंग एवरेज खुद-ब-खुद घट जाएगा, जिससे भारत के रिटेल डोमेस्टिक मार्केट में पेट्रोल और डीजल की कीमतों को कम किया जा सकता है। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPCL) जैसी सरकारी ऑयल कंपनियां डेली बेसिस पर (रोजाना आधार पर) पेट्रोल और डीजल की कीमतें रिवाइज करती हैं। लेकिन, यह प्राइस रिवीजन ग्लोबल ऑयल प्राइस के 15 डेज रोलिंग एवरेज पर आधारित है।

पेट्रोल-डीजल के प्राइसेज में 5 नवंबर के बाद से बदलाव नहीं

5 नवंबर 2021 के बाद से पेट्रोल और डीजल की रिटेल कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। सरकार ने पिछले दिनों पेट्रोल और डीजल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी में क्रमशः 5 रुपये और 10 रुपये की कटौती करने की घोषणा की थी। इसके बाद 27 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की तरफ से वैट रेट रिवाइज किए जाने के बाद पेट्रोल और डीजल की कीमतें घटी हैं। 26 नवंबर 2021 (शुक्रवार) को एशियन टाइमस्टैंप के दौरान ब्रेंट क्रूड ऑयल करीब 4 डॉलर प्रति बैरल गिर गया था। वहीं, यूएस मार्केट खुलने पर क्रूड में और गिरावट आई थी। NYMEX के खुलने के बाद ब्रेंट क्रूड फ्यूचर करीब 6 डॉलर प्रति बैरल गिर गया और 72.91 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ।