चीनी सेना का नेतृत्व करने वाले शी चिनफिंग ने शुक्रवार से रविवार तक चली सैन्य प्रतिभाओं के लिए हुए सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि प्रतिभाओं के पास सशस्त्र चीनी सेना में उच्च गुणवत्ता के विकास की कुंजी है। साथ ही सैन्य प्रतिस्पद्र्धा में विजयी होने के लिए और भावी युद्धों में बढ़त के लिए सैनिकों का प्रतिभावान होना जरूरी है। चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार शी ने कहा कि नई प्रतिभाओं को समर्थन दिए जाने की जरूरत है, ताकि पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) के वर्ष 2027 तक के लक्ष्यों को निर्धारित किया जा सके।
सैन्य प्रतिभा को उभारने ही परम लक्ष्य
शी ने कहा कि लड़ने की क्षमता को और मजबूत करने व जीत को शुरुआती बिंदु बनाने की जरूरत है। सैन्य प्रतिभा को उभारने ही परम लक्ष्य है। आधुनिक युद्ध जीतने के लिए सैन्य अफसरों को वैज्ञानिक शिक्षा के साथ ही तकनीकी क्षमताओं को भी बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रथम श्रेणी के सैन्य स्कूलों को भी स्थापित करने की जरूरत है। ताकि सैन्य अफसरों को प्रथम श्रेणी का सैन्य प्रशिक्षण मिल सके।
चीनी सेना को अत्याधुनिक बनाने की कवायद
209 अरब डालर के सालाना सैन्य बजट के साथ चीनी सेना को अत्याधुनिक बनाने की कवायद जारी है। संगठनात्मक सुधारों के साथ ही उन्हें हाइपरसानिक हथियारों समेत नए अस्त्र-शस्त्रों से लैस किया जा रहा है। अमेरिकी सेना के अनुसार, चीन ने हाल ही में लंबी दूरी की मिसाइल लांच की है जो पूरी दुनिया का फेरा लगा सकती है। इसे हाइपरसानिक वाहन से छोड़ा गया था और यह लक्ष्य को भेदते हुए चीन वापस लौट आई थी।