नई दिल्ली: बीजेपी सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने एक बार फिर से अपनी सरकार पर निशाना साधा है. वरुण ने भाजपा सरकार (BJP Government) पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि अगर सब कुछ जनता को खुद ही करना है तो फिर सरकार की जरूरत क्या है? गन्ने की कीमत और लखीमपुर हिंसा (Lakhimpur Violence) के मामले में योगी सरकार के रवैये को लेकर सवाल उठाने वाले उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से लोकसभा सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने इस बार बाढ़ पीड़ितों को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है. वरुण ने कहा कि प्रदेश के तराई वाले पूरे इलाके में बाढ़ आई हुई है, लोगों को मदद की जरूरत है लेकिन ऐसे समय पर भी सरकार की तरफ से मदद नहीं मिल रही है. उन्होंने कहा कि अगर ऐसे समय पर भी लोगों को खुद ही अपनी मदद करनी है तो फिर सरकार की क्या जरूरत है?
उत्तर प्रदेश (UP Flood) के तराई वाले इलाकों में आई बाढ़ और पीड़ितों को सूखा राशन बांटने के दौरान की तस्वीरों को शेयर करते हुए वरुण गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा कि तराई का अधिकांश भाग पूरी तरह से जलमग्न है. इस आपदा के समाप्त होने तक कोई परिवार भूखा न रहे इसलिए अपने हाथों से सूखा राशन दे रहा हूं. यह दुख की बात है कि जब आम आदमी को व्यवस्था की सबसे ज्यादा जरूरत होती है तो उसे खुद ही अपनी रक्षा करने के लिए छोड़ दिया जाता है. अगर ऐसे समय पर भी लोगों को खुद ही अपनी मदद करनी है तो फिर सरकार की जरूरत क्या है?
बता दें कि इससे पहले सार्वजनिक रूप से गन्ने के समर्थन मूल्य को बढ़ाने की मांग करते हुए वरुण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को पत्र भी लिख चुके हैं. लखीमपुर खीरी हिंसा में किसानों की हत्या का आरोप लगाते हुए वरुण ने पार्टी लाइन से अलग जाकर कई बार ट्वीट के जरिए सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाई को लेकर सवाल भी खड़ा किया. हाल के दिनों में वरुण गांधी के कई बयानों की वजह से पार्टी को कई बार असहज स्थिति का सामना करना पड़ा. इस बार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी उन्हें भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर कर दिया है.