दिवाली और छठ पर घर जाने वालों को किसी भी ट्रेन में कन्फर्म टिकट नहीं मिल रहा है। पूर्व दिशा की तरफ जाने वाले यात्रियों को ज्यादा परेशानी हो रही है। लगभग सभी ट्रेनों में लंबी वेटिंग लिस्ट है। इस स्थिति में त्योहार विशेष ट्रेनें ही एक मात्र सहारा है। यात्रियों की परेशानी को ध्यान में रखकर उत्तर रेलवे त्योहार विशेष ट्रेनों की घोषणा कर रहा है। 22 जोड़ी विशेष ट्रेनें घोषित हो चुकी हैं। आने वाले समय में जरूरत के अनुसार कुछ और ट्रेनें घोषित होंगी। रेलवे अपने यात्रियों को सुविधा देने की कोशिश कर रहा है।

दिल्ली से पटना जाने के लिए 30 अक्टूबर से छठ तक किसी भी ट्रेन में जगह नहीं है। राजधानी हो या मेल एक्सप्रेस सभी में प्रतीक्षा सूची का टिकट लेना पड़ रहा है। यही हाल मुजफ्फरपुर, भागलपुर, गया, रांची व बिहार के अन्य शहरों में जाने वाली ट्रेनों का है। कुछ दिनों पहले घोषित त्योहार विशेष ट्रेनों में भी सीटें भर जा रही हैं। छपरा जाने वाली ट्रेनों में भी जगह नहीं है। हालांकि, 13 अक्टूबर को घोषित पुरानी दिल्ली-छपरा त्योहार विशेष में 28 अक्टूबर को सीटें उपलब्ध हैं।

कोरोना संक्रमण की वजह से इस समय अधिकांश ट्रेनों को विशेष ट्रेन का दर्जा देकर चलाया जा रहा है। इनमें सिर्फ कन्फर्म टिकट लेकर ही यात्री सफर कर सकता है। इस वजह से यात्री ज्यादा परेशान हैं। कोरोना संक्रमण से पहले यात्री प्रतीक्षा सूची का टिकट लेकर सफर कर लेते थे, लेकिन अब यह संभव नहीं है।

उत्तर रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि कुछ रूट पर लोकल पैसेंजर ट्रेनें छोड़कर लंबी दूरी की अधिकांश ट्रेनें चलने लगी हैं। बावजूद इसके त्योहार में यात्रियों को कन्फर्म टिकट नहीं मिल रहा है। अलग-अलग रूट पर यात्रियों की भीड़ का आकलन किया जा रहा है। यात्री सुरक्षित तरीके से सफर कर सकें इसके लिए दशहरा से अब तक उत्तर रेलवे ने 13 जोड़ी त्योहार विशेष ट्रेनें चलाने की घोषणा की है, जबकि दूसरे क्षेत्रीय रेलवे की दिल्ली व आसपास के शहरों के लिए नौ जोड़ी ट्रेनें घोषित की गई हैं। दस अक्टूबर से 20 नवंबर तक इन ट्रेनों के 418 फेरे लगेंगे। छठ तक लगभग 50 त्योहार विशेष ट्रेनें चलाने की तैयारी है। इनमें से अधिकांश उत्तर प्रदेश व बिहार के लिए चलेंगी।