मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मेरठ से प्रयागराज के बीच बनने वाला गंगा एक्सप्रेस वे पश्चिमी व पूर्वी उप्र को जोड़ने वाला सबसे बड़ा एक्सप्रेस वे होगा। उन्होंने कहा कि यह प्रदेश के आर्थिक विकास को गति देगा। यहां की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयां प्रदान करेगा। मुख्यमंत्री बुधवार को रोजा के रेलवे मैदान पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 18 दिसंबर की प्रस्तावित जनसभा व शिलान्यास कार्यक्रम की समीक्षा के बाद मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह सौभाग्य है कि गंगा के किनारे बनने वाले इस सबसे बड़े एक्सप्रेस वे का प्रधानमंत्री शिलान्यास करने जा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि यह एक्सप्रेस वे छह लेन बनेगा। भविष्य में इसे बढ़ाकर आठ लेन किया जाएगा। इसे बनाने में 518 ग्राम पंचायतों की चिह्नित 96 फीसद जगह ली जा चुकी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सिर्फ एक्सप्रेस वे नहीं होगा। राज्य की प्रति व्यक्ति आय को बढ़ाने के साथ रोजगार सृजन की दृष्टि से काफी अहम होगा। उन्होंने बताया कि इस एक्सप्रेस वे से जुड़ने वाले अलग-अलग जनपदों में औद्योगिक कलकस्टर विकसित करने की योजना है।

यहां जलालाबाद में इमरजेंसी लैडिंग के लिए हवाई पट्टी बनाई जा रही है। इसके अतिरिक्त जगह-जगह पेट्रोल पंप, ढाबा, ट्रामा सेंटर व जनता से जुड़ीं अन्य सुविधाएं भी देंगे। एक्सप्रेस वे पर जो महत्वपूर्ण स्थल हैं। उन पर हेलीपैड की व्यवस्था होगी। ताकि आपात लैंडिंग व एयर एंबुलेंस की व्यवस्था हो सके। हालांकि तमिलनाडु में हुए सेना के हेलीकाप्टर हादसे व राजनीति से जुड़े सवालों पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।