सेना में भर्ती के लिए सरकार की ओर से घोषित की गई अग्निपथ स्कीम का तीव्र विरोध देश के राज्यों में शुरू हो गया है। मंगलवार को इस स्कीम का ऐलान किया गया था और बुधवार सुबह ही बिहार के कई जिलों में छात्रों ने इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। यही नहीं गुरुवार को एक बार फिर से मुंगेर, कैमूर, सहरसा, छपरा समेत कई जिलों में छात्र विरोध के लिए उतरे हैं।

कैमूर में छात्रों ने इंटरसिटी एक्सप्रेस को आग के हवाले कर दिया तो कई जगहों पर सड़क जाम कर टायरों में आग लगाकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके अलावा दिल्ली-जयपुर हाईवे को भी छात्रों ने राजस्थान में जाम कर दिया है। यूपी के बरेली में सेना की तैयारी कर रहे युवाओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया है। बिहार से शुरू इस आंदोलन की आग देश के अलग-अलग राज्यों में फैल रही है।

केंद्र की ‘अग्निपथ’ योजना के विरोध में बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में युवाओं ने प्रदर्शन किया। इसकी वजह से वाराणसी रेल मण्डल के विभिन्न खण्डों की करीब 21 रेलगाड़ियों का संचालन प्रभावित हुआ। अलीगढ़ में नौजवानों ने योजना के खिलाफ अलीगढ़-गाजियाबाद राजमार्ग पर रास्ता जाम किया, बलिया में युवाओं के प्रदर्शन के कारण स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस को रोकना पड़ा। वहीं, फिरोजाबाद और बुलंदशहर में नौजवानों ने सड़क पर उतरकर नारेबाजी की

हर दिन सेना में भर्ती होने की आस में सुबह-सुबह दौड़ लगाने और दिन रात एक कर पढ़ाई करने वाले युवाओं का आज गुस्सा फूट पड़ा। वजह है केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना जिसके तहत सेना में सिर्फ चार साल के लिए भर्ती होगी।

रक्षा सेवाओं में भर्ती के लिए पेश की गई अग्निपथ योजना के खिलाफ बृहस्पतिवार को हरियाणा के गुरुग्राम, रेवाड़ी और पलवल में सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए तथा राजमार्गों को अवरुद्ध कर दिया। इस दौरान पलवल में हुई पत्थरबाजी में पुलिस का एक वाहन क्षतिग्रस्त हो गया और राष्ट्रीय राजमार्ग-19 पर आगरा चौक को अवरुद्ध कर दिया गया। पलवल में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की 5 गाड़ियां जलाईं, जांच के लिए 2 SIT का गठन किया गया