उदयपुर में कन्हैयालाल की बेरहमी से हत्या के बाद से गमगीन परिजनों को ढाढस बंधाने के लिए गुरुवार को सीएम अशोक गहलोत उनके घर पहुंचे। उन्होंने परिजनों के दर्द पर मरहम लगाने की कोशिश की। गहलोत पीड़ित परिवार की मदद के लिए 51 लाख रुपए का चेक लेकर पहुंचे तो कन्हैया के दोनों बेटों को सरकारी नौकरी देने का वादा किया। सीएम ने कहा कि सरकार पीड़ित परिवार के साथ है और हर संभव मदद की जाएगी।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विशेष विमान से गुरुवार दोपहर करीब एक बजे उदयपुर पहुंचे। इसके बाद वह कन्हैया के परिजनों से मिलने घर पहुंचे। कन्हैया को श्रद्धांजलि दी और उनकी तस्वीर के सामने बैठकर कुछ देर तक परिजनों से बातचीत की। मुख्यमंत्री के साथ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव, राजस्व मंत्री रामलाल जाट, CS ऊषा शर्मा , DGP मोहन लाल लाठर भी मौजूद थे।
नूपुर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट की वजह से आतंकवादी संगठनों से जुड़े दो आरोपियों ने दर्जी कन्हैयालाल की गला रेतकर हत्या कर दी थी। वहीं, हिन्दू संगठनों के सदस्यों ने नृशंस हत्या के विरोध में उदयपुर के टाउन हॉल से कलेक्ट्रेट तक रैली निकाली। उदयपुर में कानून-व्यवस्था बनाये रखने के लिये भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। दो अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, एक उपमहानिरीक्षक और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के दल शहर में स्थिति पर नजर बनाये हुए हैं।