सोमवार 4 जुलाई यानी आज, यूपी में योगी आदित्यनाथ सरकार 2.0 के 100 दिन पूरे हो चुके हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इन 100 दिनों का रिपोर्ट कार्ड भी पेश किया है। योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल के शुरुआती 100 दिन काफी खास रहे हैं। इन सौ दिनो में उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ गहरी छाप छोड़ी है। अधिकारियों से लेकर मंत्रियों तक, सभी को सरकारी कार्यों को लेकर बेहतर काम करने की नसीहत भी दी गई है। पढ़िए योगी सरकार ने 100 दिनों में कैसे किए भ्रष्टाचार पर ताबड़तोड़ वार।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने सरकार में आते ही सबसे पहले राज्य के मंत्रियों को दी ट्रांसफर,पोस्टिंग पट्टे से दूरी रखने की नसीहत। साथ ही मंत्रियों के निजी सचिवों पर निगाह रखने की सलाह दी गई तो वहीं सरकारी काम में रिश्तेदारों को दूर रखने को कहा गया। इसके साथ ही मंत्रियों से उनकी संपत्ति की घोषणा करने का आग्रह किया गया।

वहीं 31 मार्च को भ्रष्टाचार के मामले में सोनभद्र के डीएम टीके शिबू को निलंबित किया गया। 4 अप्रैल को औरैया के डीएम सुनील कुमार वर्मा को सस्पेंड किया गया। 5 मई को भ्रष्टाचार के आरोप में गाजियाबाद की डीएम रही निधि केसरवानी निलंबित हुईं। साथ ही राज्य सरकार के मंत्रियों ने अस्पतालों, तहसीलों में जाकर लोगों की समस्याएं सुनीं। वहीं जनता की सुनवाई के लिए मंत्रियों ने चौपाल लगाई, उनकी रिपोर्ट पर अमल करने के निर्देश गए।