प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में आदि महोत्सव का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने अपने संबोधन में पुरानी परंपराओं और कलाओं का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसा लग रहा है भारत की अनेकता और भव्यता कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा हो गई। अनंत विविधताएं इंद्रधनुष की तरह छा गई हैं।

पीएम मोदी ने कहा-‘ आज़ादी के अमृत महोत्सव में आदि महोत्सव देश की आदि विरासत की भव्य प्रस्तुति कर रहा है।आज भारत पूरी दुनिया के बड़े-बड़े मंचों पर जाता है तो आदिवासी परंपरा को अपने गौरव के रूप में प्रस्तुत कर रहा है। आदिवासी समाज को लेकर आज देश जिस गौरव के साथ आगे बढ़ रहा है, वैसा पहले कभी नहीं हुआ है।’

उन्होंने कहा कि भारत अपने सांस्कृतिक प्रकाश से विश्व का मार्ग दर्शन करता है। पीएम ने कहा-‘आदि महोत्सव विविधता में एकता… हमारे उस सामर्थ्य को नई ऊंचाई दे रहा है। यह विकास और विरासत के विचार को और अधिक जीवंत बना रहा है। आदिवासी हितों के लिए काम करने वाली संस्थाओं को मैं इसके आयोजन के लिए बधाई देता हूं।’

पीएम मोदी ने कहा कि इस बार बजट में पारंपरिक कारीगरों के लिए पीएम-विश्वकर्मा योजना शुरू करने की घोषणा भी की गई है। पीएम-विश्वकर्मा के तहत आपको आर्थिक सहायता दी जाएगी, स्किल ट्रेनिंग दी जाएगी। अपने प्रॉडक्ट की मार्केटिंग के लिए सपोर्ट किया जाएगा।