समाजवादी पार्टी ने अपने सभी नेताओं और टीवी पैनलिस्ट को साम्प्रदायिक मुद्दों पर बहस से परहेज करने की हिदायत दी है। पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सभी कार्यकर्ताओं, पार्टी नेताओं, पदाधिकारियों तथा टीवी पैनलिस्ट को हिदायत दी है कि वे टीवी चैनलों पर होने वाली डिबेट्स के दौरान साम्प्रदायिक मुद्दों पर बहस करने से परहेज करें।
‘साम्प्रदायिक बहसों में न उलझें’
चौधरी ने कहा कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी धार्मिक मुद्दे उठाकर जनता का ध्यान बुनियादी मुद्दों से भटकाने की लगातार कोशिश कर रही है, लिहाजा सपा नेता टीवी चैनलों पर धर्म से सम्बन्धित बहसों में मत उलझें। चौधरी ने कहा, ‘वर्तमान शासन काल में महंगाई चरम पर है। बेरोजगारी की दर बढ़ती जा रही है। भ्रष्टाचार बेलगाम है। किसान, नौजवान सहित समाज का हर वर्ग परेशान है। महिलाओं-बच्चियों को अपमानजनक हालात से गुजरना पड़ रहा है पूरे प्रदेश में अराजकता की स्थिति व्याप्त है।’
‘बीजेपी के बहकावे में नहीं आना है’
सपा नेता ने कहा, ‘सत्तारूढ़ बीजेपी जनता का ध्यान बुनियादी मुद्दों से भटकाने की लगातार कोशिश कर रही है। हमें उनके बहकावे में नहीं आना है। इसलिए सभी को साम्प्रदायिक मुद्दों पर बहस से परहेज करना चाहिए।’ उन्होंने पार्टी नेताओं को जारी निर्देश में कहा ‘हमें राजनीतिक चर्चा और बुनियादी सवालों पर ही अपना पूरा ध्यान रखना है। धार्मिक मुद्दा संवेदनशील है। हमें अनायास उससे सम्बन्धित बहसों में नहीं उलझना चाहिए।’
‘समाजवाद में आस्था रखती है सपा’
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं से कहा कि यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि सपा डाक्टर लोहिया के आदर्शों से प्रेरणा लेकर लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद में आस्था रखती है। बता दें कि हाल ही में सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने हिंदुओं के पवित्र धर्मग्रंथ रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों पर सवाल उठाए थे जिसके बाद जमकर सियासी बयानबाजी हुई थी।