उत्तर प्रदेश बोर्ड ने कौशल विकास के तहत दसवीं-बारहवीं पास करने वाले युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए चार नए पाठ्यक्रमों की शुरुआत की थी। लेकिन इन पाठ्यक्रमों में एक भी छात्र ने प्रवेश लेने के लिए दिलचस्पी नहीं दिखाई। इसका एक कारण यह भी हो सकता है कि छात्रों को इन कोर्सों के बारे में पूरी जानकारी न रही हो, या वे इसमें प्रवेश ही नहीं लेना चाहते थे।