दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया शराब नीति मामले में पूछताछ के लिए CBI ऑफिस पहुंचे हैं। सिसोदिया के घर से निकलते ही समर्थकों ने उनका अभिवादन किया। इस दौरान समर्थकों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। CBI दफ्तर जाने से पहले सिसोदिया राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के समाधि राजघाट गए।

 

 

समर्थकों के साथ सिसोदिया CBI दफ्तर पहुंचे। सिसोदिया ने खुद को भगत सिंह का अनुयायी बताते हुए कहा कि वो देश के लिए शहीद हो गए थे, झूठे आरोपों के लिए जेल जाना बहुत छोटी बात है। सिसोदिया ने कहा कि मैं सीएम केजरीवाल से कहना चाहता हूं कि भले ही मुझे जेल जाना पड़े लेकिन आप देश की सेवा करते रहिएगा। साथ ही उन्होंने दिल्ली के छात्रों से कहा कि   बच्चों पढ़ाई बिल्कुल मेहनत से करनी है। मां-बाप का नाम रोशन करना है और अगर ठीक से नहीं पढ़ाई की तो मुझे तकलीफ होगी और मैं खाना छोड़ दूंगा।

जीवन में ईमानदारी से काम किया
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन में ईमानदारी से काम किया। उन्होंने दिल्ली के छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि अच्छे से पढ़ना। अगर मैं जेल चला गया और मुझे पता चला कि आपने ठीक से पढ़ाई नहीं की तो मैं खाना छोड़ दूंगा।

परिवार ने मेरा बहुत साथ दिया- सिसोदिया
मेरे दोनों परिवारों (निजी परिवार और दिल्ली की जनता) ने मेरा बहुत साथ दिया था। जब मैं टीवी चैनल में काम करता था तब अच्छी जिंदगी चल रही थी। बाद में मैं वो छोड़कर राजनीति में आया। अब ये मुझे जेल भेजेंगे तो मेरी पत्नी अकेली रहेगी लेकिन मैं नहीं डरता।

‘मैं जेल जाने से नहीं डरता’
मनीष सिसोदिया ने कहा कि मैं जेल जाने से नहीं डरता। इनके झूठे आरोपों के चक्कर में एक-दो बार जेल जाना तो छोटी सी बात है। आगे उन्होने कहा कि ‘सरफरोसी की तमन्ना अब हमारे दिल में है’।