उत्तर प्रदेश विधानसभा मे बजट पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सम्बोधन में कहा कि मुझे बजट पर बात रखने का अवसर दिया गया इसके लिए धन्यवाद।

उत्तर प्रदेश विधानसभा मे बजट पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सम्बोधन में कहा कि मुझे बजट पर बात रखने का अवसर दिया गया इसके लिए धन्यवाद। कुल 134 सदस्यों ने भाग लिया, विपक्ष के 83, प्रतिपक्ष के 51 सदस्यों ने भाग लिया। आज से 6 साल पहले उत्तर प्रदेश में जनता ने सबका साथ, सबका विश्वास के मूलमंत्र को अंगीकार करके सत्ता परिवर्तन किया।

सीएम योगी ने कहा कि 2017 से 2022 तक सरकार ने कार्य किया, 2022 मे फिर अवसर मिला। वित्त मंत्री ने सर्व समावेशी समग्र विकास की अवधारण आत्मनिर्भर बजट पेश किया। पिछले 6 सालों में प्रदेश का बजट का आकार दोगुना से ज्यादा बढ़ा, 2023 का बजट 6.90 लाख करोड़ का है। योगी ने कहा कि ये उत्तर प्रदेश के आर्थिक विकास, जीडीपी, प्रगति को प्रदर्शित करता है, ये जनविश्वास की एक यात्रा है।

सीएम ने कहा कि सरकार समस्याओं से मुह मोड़ने वाली नहीं, चुनौती स्वीकार करने वाली होनी चाहिए। जो भ्रष्टाचार पर ज़ीरो टोलरेन्स की नीति के साथ काम करे। कल नेता विरोधी दल ने जो कहा उन्हे उत्तर प्रदेश को पिछले पायदान पर धकेलने में अच्छा लग रहा था। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हम 25 करोड़ जनता के लिए इस सदन में बैठे हैं। कल नेता प्रतिपक्ष कह रहे थे कि आप दावोस गये होते तो पचास लाख करोड़ का निवेश आ जाता, आखिर मान गये न कि निवेश आया है।

विधानसभा में सीएम योगी ने कहा कि चुनाव के दौरान पार्टी द्वारा जो वादे किए गए उसे निभाया। 130 संकल्प में से 110 संकल्पों के लिए धनराशि की व्यवस्था की गई। इसके लिए 64 हजार 700 करोड़ राशि प्रस्तावित की है। पहले कई घोषणाएं होती थी पर पूरी नहीं होती थी। पिछली सरकारों में विकास बाधित होता था।