उक्त प्रकरण की जांच हेतु पुलिस आयुक्त गौतमबुध नगर के द्वारा विशाखा गाइडलाइन के निर्देशों के तहत तीन सदस्यों वाली जांच कमेटी का गठन किया है। जिसमें एक महिला सदस्य बाहर से है। कमिश्नरेट का कहना है कि, पूरे प्रकरण की निष्पक्ष और त्वरित जांच सुनिश्चित की जाएगी।

नोएडा पुलिस महिला सुरक्षा के चाहे कितने भी दावे करे लेकिन उसकी हालत दीपक तले अंधेरा जैसी लगती है। दरअसल हाल ही में नोएडा फेस-2 थाने में तैनात महिला सब-इंस्पेक्टर ने कोतवाल पर संगीन आरोप लगाया है। महिला एसआई ने आरोप लगाया है कि उसके साथ कोतवाल ने होलिका दहन के दिन छेड़छाड़ की। यही नहीं वह उसका चैट के जरिए भी शोषण कर रहा था।

अब महिला ने तंग आकर आरोपी कोतवाल(एसएचओ) के खिलाफ शिकायत की। जिसके बाद उक्त प्रकरण की जांच हेतु पुलिस आयुक्त गौतमबुध नगर के द्वारा विशाखा गाइडलाइन के निर्देशों के तहत तीन सदस्यों वाली जांच कमेटी का गठन किया है। जिसमें एक महिला सदस्य बाहर से है। कमिश्नरेट का कहना है कि, पूरे प्रकरण की निष्पक्ष और त्वरित जांच सुनिश्चित की जाएगी।

क्या है मामला
महिला दरोगा का आरोप है कि सेंट्रल नोएडा जोन के कोतवाल प्रभारी ने उसके साथ अश्लील हरकत की। उन्होंने होलिका दहन वाले दिन पीड़िता की ड्यूटी दहन के कार्यक्रम से हटाकर सरकारी गाड़ी पर लगवाई।आरोप है कि ये भी दबाव बनाया कि महिला दरोगा चालक की बगल वाली सीट पर बैठे, जिसके बाद एसएचओ ने उसके साथ अश्लील हरकतें करते रहे। बीते एक सप्ताह से चल रहे ये सारे घटनाक्रम से तंग आकर महिला दरोगा ने मामले की शिकायत डीसीपी महिला सुरक्षा से की। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए ही जांच कमेटी बनाई गई है।

एसएचओ पर ये भी आरोप लगाया गया है कि वह चैट के जरिए गंदे मैसेज भेजा करते थे और इस तरह से वह उसका मानसिक शोषण कर रहे थे। महिला ने आला अधिकारियों को आरोपी के चैट्स भी दिए हैं।