प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड के तार बरेली से जुड़े मिले हैं। इस हत्याकांड में नामजद अशरफ बरेली जिला जेल में बंद है। जांच एजेंसियां उससे मुलाकात करने वालों का रिकॉर्ड खंगाल रही हैं। इनमें से नौ लोग ऐसे हैं, जिन्होंने बार-बार अशरफ से मुलाकात की थी।

बरेली जिला जेल में बंद माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ से मुलाकात करने वालों की लिस्ट बहुत लंबी है। जांच एजेंसियों ने सर्विलांस रिकॉर्ड के आधार पर 50 लोगों की सूची तैयार की है। इनमें से नौ लोग ऐसे हैं, जिन्होंने बार-बार अशरफ से मुलाकात की थी। इनमें अशरफ के साले सद्दाम की प्रेमिका भी शामिल है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रयागराज में हुई उमेश पाल की हत्या से पहले 11 फरवरी को शूटर विजय चौधरी उर्फ उस्मान भी बरेली आया था। उसने गुड्डू मुस्लिम और गुलाम के साथ जेल में अशरफ से मुलाकात की थी।

बरेली जेल में बिना पर्ची अवैध तरीके से अशरफ से उसके गुर्गों की मुलाकात कराई जाती थी। इस मामले को लेकर बिथरी चैनपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई जा चुकी है। जेल के सिपाही समेत चार लोगों को जेल भेजा जा चुका है। इसके बाद पुलिस और एजेंसियों का मुख्य लक्ष्य सद्दाम की गिरफ्तारी है। सद्दाम 26 दिसंबर के बाद से बरेली नहीं आया, लेकिन उसके गुर्गे लगातार अशरफ से मिलते रहे। इसमें बारादरी क्षेत्र का निवासी लल्ला गद्दी भी शामिल है। सद्दाम और लल्ला गद्दी की तलाश में पुलिस से लेकर एसटीएफ और अन्य एजेंसियां भी जुटी हैं।

एसआईटी कर रही अशरफ मामले की जांच 

अशरफ मामले में बनाई गई एसआईटी ने शनिवार को पूरे दिन जिला जेल में रहकर पड़ताल की। घटनाक्रम के तार जोड़ने की कोशिश में कर्मचारियों से पूछताछ भी की गई। एसपी सिटी राहुल भाटी के नेतृत्व में एसआईटी ने जिला जेल (केंद्रीय जेल-2) में जाकर सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी। जेल के प्रमुख प्वाइंट पर तैनात व शक के दायरे में आए स्टाफ से पूछताछ की गई।
एसएसपी अखिलेश चौरसिया भी जांच के लिए जेल पहुंचे। उन्होंने वहां मौजूद जेल अधिकारियों से भी जानकारी जुटाई। विभागीय जांच करने पहुंचे डीआईजी जेल आरएन पांडेय से भी अधिकारियों ने मुलाकात की। बता दें कि प्रयागराज में 24 फरवरी को राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में अशरफ भी नामजद है। उसका माफिया भाई अतीक अहमद भी बरेली जेल में बंद रह चुका है।