धर्मांतरण को लेकर सुर्खियों में आए यीशु दरबार का कैथोलिक समुदाय के नाजरेथ हॉस्पिटल ट्रस्ट के साथ कनेक्शन सामने आया है। यीशु दरबार ट्रस्ट प्रोटेस्टेंट संप्रदाय की धार्मिक गतिविधियों को संचालित करने वाली संस्था है, जबकि नाजरेथ अस्पताल ट्रस्ट रोमन कैथोलिक डायोसिस इलाहाबाद की ओर से संचालित किया जाता है।

धर्मांतरण को लेकर सुर्खियों में आए यीशु दरबार का कैथोलिक समुदाय के नाजरेथ हॉस्पिटल ट्रस्ट के साथ कनेक्शन सामने आया है। यीशु दरबार ट्रस्ट प्रोटेस्टेंट संप्रदाय की धार्मिक गतिविधियों को संचालित करने वाली संस्था है, जबकि नाजरेथ अस्पताल ट्रस्ट रोमन कैथोलिक डायोसिस इलाहाबाद की ओर से संचालित किया जाता है। विपरीत विचारधारा वाले इन दोनों संप्रदायों के बैंक खातों से हर महीने लेनदेन का पता चला है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मंडलायुक्त की ओर से इस मामले की सहायक रजिस्ट्रार चिट्स फंड सोसाइटी के द्वारा कराई गई ऑडिट रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है।

यीशु दरबार के तीन बैंक खातों में से एक सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के खाते से प्रत्येक महीने सौ से अधिक संस्थाओं और व्यक्तियों के खाते में धनराशि भेजी जाती है। इस बैंक से यीशु दरबार के निकाले के स्टेटमेंट में नाजरेथ हॉस्पिटल के खाते में 70 हजार रुपये भेजा गया है। पता चला है कि इतनी ही धनराशि प्रतिमाह नाजरेथ हॉस्पिटल के खाते में भेजी जा रही है। यह लेनदेन कब से और किस मकसद से किया जा रहा है, इसकी जांच होनी अभी बाकी है।

इतना ही नहीं जांच के दौरान पता चला है कि कैथोलिक संप्रदाय के धर्माधिकारी इसीडोर फर्नांडीज यीशु दरबार ट्रस्ट में आजीवन सदस्य के रूप में भी नामित हैं। कहा जा रहा है कि कैथोलिक और प्रोटेस्टेंट समुदायों के अपने चर्च और उनके प्रबंधन की अलग व्यवस्थाएं संचालित हैं, लेकिन यीशु दरबार और नाजरेथ के बीच लेनदेन कहीं धार्मिक गतिविधियों को विस्तार देने का हिस्सा तो नहीं हैं।

फिलहाल इस लेनदेन के जरिए जुड़े यीशु दरबार से नाजरेथ के बीच जुड़े इस कनेक्शन ने इनके रिश्तों की गवाही देनी शुरू कर दी है। भाजपा के पूर्व उपाध्यक्ष दिवाकर नाथ त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री से शिकायत की थी कि रोमन कैथोलिक डायोसिस के नाम से संचालित मिशनरी संस्थान ने प्रयागराज समेत पूर्वांचल के कई जिलों में विद्यालय और अस्पताल चलाने के लिए सोसाइटी का गठन किया है।

समाज सेवा के नाम पर अस्पताल और स्कूलों से अर्जित होने वाली करोड़ों रुपये की धनराशि मिशनरी कार्यों में संलिप्त कंपनी को ट्रांसफर की जाती है। कैथोलिक संप्रदाय की इस संस्था को धर्मांतरण कराने वाले यीशु दरबार ट्रस्ट से भी हर महीने रकम दी जा रही है। यीशु दरबार से नाजरेथ के खाते में धन किस काम के लिए भेजा जाता है, यह गहरी जांच का विषय बन गया है।

यीशु दरबार से रिश्ता या किसी तरह के लेनदेन की बात हजम होने वाली नहीं है। ऐसा संभव ही नहीं है। कैथोलिक संप्रदाय के नाजरेथ हॉस्पिटल से यीशु दरबार का दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं है। वो लोग गलत काम कर रहे हैं। हम लोग उनकी परछाई से भी बचना चाहते हैं। लेनदेन करना तो दूर हम लोगों को यीशु दरबार में बैठना भी मना है।