आईपीएल में टॉस की भूमिका बहुत अहम रहती है। जो कप्तान इसे जीतता है, उसके पास मौका रहता है कि वो अपने मनमुताबिक फैसला ले सके।

 आईपीएल 2023 अब काफी करीब है। इस साल 31 मार्च से आईपीएल का रोमांच शुरू होने जा रहा है, अब इसमें कुछ ही दिन बचे हैं। आईपीएल 2023 का पहला मैच एमएस धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपरकिंग्स और हार्दिक पांड्या की कप्तानी वाली गुजरात टाइटंस के बीच खेला जाएगा। ये मैच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में होगा, जो दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम है। आईपीएल की खास बात ये है कि जो लोग क्रिकेट के दिलचस्पी नहीं रखते हैं, वो भी आईपीएल देखते हैं। लेकिन टी20 हो या फिर आईपीएल, ये सवाल जरूर किया जाता है कि इसमें टॉस कितना अहम होता है। यानी ​जिस टीम का कप्तान टॉस जीतता है, उसके मैच जीतने की संभावना क्या रहती है। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि आईपीएल 2008 से लेकर 2022 तक कुल कितने मैच हुए हैं और टॉस की भूमिका जीत हार में कितनी अहम रही है।

आईपीएल में पहले सीजन से लेकर अब तक खेले गए हैं कुल 951 मैच

आईपीएल 2008 से लेकर 2022 तक कुल मिलाकर 951 मैच खेले गए हैं। हालांकि आईपीएल के हर सीजन में टीमों की संख्या घटती बढ़ती रही है, इसलिए मैच भी कम और ज्यादा हुए हैं। लेकिन अब तक 951 मैच हो चुके हैं। इसमें से 485 मैच उस टीम ने जीते हैं, जिस टीम का कप्तान टॉस जीता है, वहीं टॉस हारने वाली टीम का कप्तान 449 मैच जीतने में कायमाब हुआ है। 14 मैच टाई हुए हैं और पांच मैच ऐसे हुए हैं, ​जिनका रिजल्ट ही नहीं आया है। आईपीएल में अब तक कुल 15 टीमें खेल चुकी हैं और ये आंकड़े उन सभी को मिलाकर हैं। यानी इस हिसाब से देखा जाए तो टॉस जीतने और हारने का असर कुछ ज्यादा टीमों की जीत हार पर पड़ता नहीं है, लेकिन फिर भी अगर हेड टू हेड मिलाया जाए तो टॉस जीतने वाले कप्तान ने अब तक ज्यादा मैच अपने नाम किए हैं। लेकिन टॉस जीतने के बाद भी अच्छी खास संख्या में टीमें मैच हारी हैं। इसलिए जीत हार का पैमाना टॉस शायद नहीं हो सकता है।

आईपीएल 2023 में टॉस जीतकर भी ज्यादा टीमों ने हारे हैं मैच 
ये तो रही अभी तक खेले गए सभी मैचों के आंकड़ों की बात, लेकिन अब जरा पिछले साल के आईपीएल यानी 2022 के भी आंकड़ों पर एक नजर डाली जानी चाहिए। इससे आपको और भी ज्यादा अंदाजा हो जाएगा। आईपीएल 2022 के सीजन में दस टीमें खेल रही थी और इसमें कुल मिलाकर 74 मैच खेले गए थे। इसमें टॉस जीतने वाली टीम ने 36 मैच अपने नाम किए और टॉस हारने वाली टीम ने 38 मैच अपने नाम किए थे। यानी यहां पर भी आंकड़े करीब करीब बराबर ही नजर आ रहे हैं। यानी टॉस जीतना आईपीएल में मैच जीतने की गारंटी नहीं है। हां, टॉस जीतने से ये हो जाता है कि कप्तान मैदान, पिच और मौसम को देखते हुए अपने मन के मुताबिक फैसला ले सकता है कि वो पहले गेंदबाजी करेगा या फिर पहले ​बल्लेबाजी करेगा। लेकिन अगर टॉस हारने वाली टीम मजबूत है तो मैच बराबरी का भी हो सकता है। इस बार देखना होगा कि टॉस कितनी अहम भूमिका निभाता है, क्योंकि साल 2019 के बाद इस बार फिर से अखिल भारतीय यानी भारत के अलग अलग स्टेडियम में जाकर मुकाबले खेले जाएंगे और इसमें काफी कुछ नया देखने के लिए मिलेगा।