अनुराग ठाकुर ने ट्वीट्स में राहुल को याद दिलाया कि राहुल गांधी कभी भी वीर सावरकर अपने सपनों में भी नहीं बन सकते, क्योंकि वीर सावरकर का नाम धैर्य, दृढ़ संकल्प, भारत के लिए दृढ़ देशभक्ति, निस्वार्थता और मातृभूमि के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है।

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने रविवार को कांग्रेस के पूर्व सांसद राहुल गांधी के उस बयान पर तीखा हमला किया जिसमें उन्होंने कहा था कि वह सावरकर नहीं हैं। अनुराग ठाकुर ने ट्वीट्स में राहुल को याद दिलाया कि वह कभी भी वीर सावरकर अपने सपनों में भी नहीं बन सकते, क्योंकि वीर सावरकर का नाम धैर्य, दृढ़ संकल्प, भारत के लिए दृढ़ देशभक्ति, निस्वार्थता और मातृभूमि के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सावरकर ने न तो साल में 6 महीने विदेश में छुट्टियां बिताईं और न ही उन्होंने विदेशी शक्तियों से हस्तक्षेप की मांग की।

“सावरकर ने यूं ही अमर सम्मान नहीं अर्जित किया”

अनुराग ठाकुर ने कहा कि जब सावरकर ब्रिटेन गए, तो उन्होंने भारत माता को गुलामी से मुक्त करने के लिए अंग्रेजों के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया। वीर सावरकर की देशभक्ति के प्रति इतना सम्मान था कि शहीद भगत सिंह के अलावा कोई और खुद रत्नागिरि नहीं गया था और सावरकर की अमर किताब ‘भारत का पहला स्वतंत्रता संग्राम’ के पंजाबी संस्करण को पंजाब में छपवाने की व्यवस्था की थी। ठाकुर ने आगे कहा कि सावरकर ने अपने देशवासियों से यूं ही इतना अमर सम्मान नहीं अर्जित किया। उस समय के सभी प्रसिद्ध नेता और विचारक सावरकर की देशभक्ति और साहस के कायल थे।

 

इंदिरा के कार्यकाल में बनी डॉक्यूमेंट्री का दिया लिंक
इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने इंदिरा गांधी के कार्यकाल में बनी एक डॉक्यूमेंट्री का लिंक भी पोस्ट किया। उन्होंने दोहराया कि जब उस समय के किसी भी देशभक्त ने वीर सावरकर के बारे में कुछ भी नकारात्मक नहीं कहा और इसके बजाय उनकी देशभक्ति और साहस की प्रशंसा की, तो राहुल गांधी वीर सावरकर की आलोचना करके महात्मा गांधी, भगत सिंह और उनकी अपनी दादी की स्मृति का अपमान कर रहे हैं।