बाली के गवर्नर वायन कोस्टर ने कहा कि रूस और यूक्रेन के नागरिक न सिर्फ जंग से बचने के लिए बाली आए हैं, बल्कि वे यहां काम भी ढूंढ़ रहे हैं।

इंडोनेशिया के बाली प्रांत में हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक आते हैं जिनमें सबसे बड़ी संख्या ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों की है। पिछले कुछ दिनों में रूसियों के बीच भी बाली की लोकप्रियता बढ़ी है और यही वजह है कि इस खूबसूरत द्वीप पर आने वाले सैलानियों में रूस के नागरिक दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। हालांकि रूसियों की कुछ हरकतों की वजह से बाली की सरकार उनके ऊपर कुछ प्रतिबंध लागू करने की तैयारी कर रही है। दरअसल, बाली में कुछ रूसी पर्यटकों ने ऐसी बदतमीजियां की हैं, जो यहां के निवासियों और अधिकारियों को नागवार गुजरी हैं।

नग्न होकर पवित्र पेड़ के साथ खिंचवाई तस्वीरें

बाली आए एक रूसी इंफ्लूएंसर ने एक पवित्र पेड़ के साथ नग्न होकर तस्वीरें खिंचवाई थीं, और इस घटना ने भी लोगों को काफी गुस्से से भर दिया। बाली के गवर्नर वायन कोस्टर ने कहा कि उन्होंने केंद्र सरकार से रूस और यूक्रेन के लोगों को ‘वीजा ऑन अराइवल’ न देने की मांग की है। बाली साथ ही पर्यटकों पर नजर रखने और मोटरबाइक चलाने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने पर भी विचार कर रहा है। कोस्टर ने कहा कि रूस और यूक्रेन के नागरिक न सिर्फ जंग से बचने के लिए बाली आए हैं, बल्कि वे यहां काम भी ढूंढ़ रहे हैं।

‘उन्होंने हमारी भलमनसाहत का फायदा उठाया’
बाली में एक लग्जरी शो ब्रैंड के संस्थापक नीलू जेलांटिक ने कहा कि हमने बाहें खोलकर उनका स्वागत किया, लेकिन उन्होंने हमारी भलमनसाहत का फायदा उठाने की कोशिश की है। वहीं, कोस्टर ने कहा कि इन दोनों देशों के नागरिक आर्थिक अपराधों में शामिल हैं, और हमें जब भी किसी पर्यटक द्वारा बदतमीजी की खबरें मिलती है, आमतौर पर वह रूसी नागरिक ही निकलता है। उन्होंने कहा कि कुछ विदेशी समझते हैं कि वे कानून से ऊपर हैं, और अब हम यह सब बंद करने वाले हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी में बाली में 22500 रूसी और 2500 यूक्रेनी नागरिक पहुंचे थे।

रूस और यूक्रेन की तरफ से आया बयान
इंडोनेशिया के ‘वीजा ऑन अराइवल’ प्रोग्राम के तहत 80 देशों के सैलानी 30 दिन तक देश में घूम सकते हैं, और इसके लिए उन्हें सिर्फ 50 डॉलर चुकाने पड़ते हैं। इस मामले पर रूस और यूक्रेन के दूतावासों की तरफ से कहा गया है कि वे अपने नागरिकों से देश के कानून का पालन करने को कह रहै हैं। रूस के राजदूत ल्यूदमिला वोरोबीवा ने जहां कहा कि हर देश में कुछ कानून तोड़ने वाले होते हैं और हमें उन पर ज्यादा फोकस नहीं करना चाहिए, वहीं यूक्रेनी दूतावास के एक अधिकारी ने कहा कि उनके नागरिक बाली में कानून नहीं तोड़ना चाहते हैं।