अवैध संबंध का विरोध करने पर महिला की हत्या उसके पति और ससुरालवालों ने की थी। हत्या होली की रात की थी। इसके बाद शव जमीन में दबा दिया था। 23 दिन बाद कुत्तों ने राज खोला। पुलिस ने पति, सास और जेठानी को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया है। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।

अवैध संबंध का विरोध करने पर आठ मार्च को कामबक्सपुर निवासी पति और ससुराल के अन्य लोगों ने मिलकर सरिता की हत्या कर शव जमीन में दबा दिया था। वारदात के 23 दिन बाद शुक्रवार को कुत्तों ने दुर्गंध आने पर जमीन खोदी तब जाकर हत्या का खुलासा हुआ। पुलिस के मुताबिक सरिता को शक था कि उसके पति की परिवार की महिला से अवैध संबंध हैं।

इसका वह विरोध करती थी, इसी बात को लेकर उसका पति से झगड़ा होता था। पुलिस ने इस मामले में सरिता के पति जोगेंद्र उर्फ लाला, सास संता और भाभी ऊषा को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है।

ग्रेनो वेस्ट के तुस्याना गांव निवासी हरिओम की बेटी सरिता की शादी 16 फरवरी 2015 को डेरी कामबक्सपुर गांव निवासी जोगिंदर के साथ हुई थी। आठ मार्च को सरिता लापता हो गई। नौ मार्च को जोगिंदर ने नालेज पार्क थाने में पत्नी सरिता के लापता होने की तहरीर दी। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर जांच शुरू की।

वहीं सरिता के भाई नरेंद्र की शिकायत पर 15 मार्च को पति जोगिंदर, सास संता, जेठ भूपेंद्र, जेठानी ऊषा, चचिया ससुर विजयपाल, ननदोई मनोज, विनोद के खिलाफ दहेज उत्पीड़न व अपहरण का केस दर्ज किया गया। पुलिस की जांच में पता चला कि सरिता को शक था कि जोगेंद्र के परिवार की महिला से अवैध संबंध हैं।

वह इसका विरोध करती थी। इसको लेकर अक्सर झगड़ा होता था। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि जोगेंद्र ने आधी रात को गला दबाकर सरिता की हत्या कर दी। जोगेंद्र ने भाई भूपेंद्र, भाभी ऊषा व मां संता के साथ मिलकर उसके शव को छुपाया था।

12 मार्च 2021 को सरिता ने पति के अवैध संबंधों का विरोध किया तो उसके साथ मारपीट की गई थी। इसकी शिकायत देने पर पुलिस ने एनसीआर दर्ज की थी। आरोपियों ने फावड़े से गड्डा खोदकर शव जमीन में दबाया था। इस फावड़े को पुलिस ने बरामद किया है।

शव छिपाकर करते रहे पुलिस व ग्रामीणों को गुमराह
आरोपी सरिता का शव जमीन में दबाने के बाद बेखौफ होकर अपने घर रहे। आरोपी जोगेंद्र तो अगले दिन गुमशुदगी दर्ज कराने थाने भी पहुंचा। आरोपी पुलिस व ग्रामीणों को यह कहकर गुमराह करते रहे कि सरिता किसी से मोबाइल पर बात करती थी। वह उसी के साथ चली गई होगी। आरोपी सरिता पर ही झूठा आरोप लगाने लगे। मायके पक्ष के रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद भी पुलिस ने कई बार आरोपियों से पूछताछ की लेकिन आरोपी झूठ बोलते रहे।

हत्या के बाद महिला पर ही उठाने लगे थे सवाल
आरोप है कि आरोपी ससुराल पक्ष के लोग सरिता की हत्या के बाद उसके चरित्र पर ही उंगली उठाने लगे थे। गांव के लोगों से भी आरोपी किसी के साथ जाने की जानकारी देते थे। जब मायके पक्ष ने उसकी बरामदगी की मांग की तो एक पुलिसकर्मी ने भी बरामदगी के लिए मोबाइल की सीडीआर आदि की जांच की बात कही।

मामले में पहले महिला की गुमशुदगी दर्ज कर ली गई थी। बाद में अपहरण और दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज किया गया था। शव बरामद करने के बाद केस में हत्या व शव छुपाने की धारा बढ़ा दी जाएगी। आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।