हापुड़ में अधिवक्ता व रोडवेज कर्मियों में मारपीट के मामले में पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई से नाराज रोडवेज कर्मियों ने गुरुवार सुबह चक्का जाम कर दिया।
कर्मचारियों ने बसों को डिपो में खड़ा कर नारेबाजी शुरू कर दी। बुधवार को कंडक्टर सीट पर बैठने को लेकर एक अधिवक्ता के बहनोई व परिचालक का विवाद हो गया था। जिसके बाद मामले की जानकारी करने हापुड़ डिपो पहुंचे अधिवक्ताओं और रोडवेज कर्मियों में मारपीट हो गई थी। जिसमें 2 अधिवक्ता घायल हो गए थे।
अधिवक्ताओं ने रोडवेज कर्मियों पर हमला करने का आरोप लगाते हुए कोतवाली में विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। गुरुवार सुबह मामले में एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाते हुए रोडवेज कर्मियों ने चक्का जाम कर दिया। करीब 3 घंटे तक बसें डिपो के अंदर बंद रहीं और रोडवेज कर्मियों ने जमकर नारेबाजी की।
इस दौरान विभिन्न रूटों पर यात्रा के लिए पहुंचे हजारों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। डग्गामार के माध्यम से लोग गंतव्य को रवाना हुए। करीब 3 घंटे के हंगामे के बाद कोतवाली प्रभारी निरीक्षक संजय पांडे ने रोडवेज कर्मियों को रिपोर्ट दर्ज करने का आश्वासन दिया।
जिसके बाद रोडवेज कर्मियों ने सेवा बहाल कर दी। पुलिस को कार्रवाई के लिए दोपहर तक का समय दिया गया है। दोपहर तक रिपोर्ट दर्ज ना होने पर दोबारा चक्का जाम की चेतावनी दी है।