सचिन पायलट के अनशन पर कांग्रेस के साथ बीजेपी ने भी हमला बोल दिया है। बीजेपी विधायक कालीचरण सराफ ने तंज कसते हुए कहा है कि पायलट की माताजी को वसुंधरा राजे ने हराया था, यह अनशन उस हार की बेचैनी है।

पिछली बीजेपी की वसुंधरा सरकार के भ्रष्टाचार और घोटालों के खिलाफ अपनी ही गहलोत सरकार के खिलाफ अनशन कर रहे सचिन पायलट कांग्रेस सरकार और बीजेपी दोनों के निशाने पर हैं। सचिन पायलट ने प्रेसवार्ता में अशोक गहलोत और वसुंधरा राजे में गठजोड़ और मिलीभगत के सवाल खड़े किए, तो दोनों ही पार्टियां पायलट पर बरस पड़ी हैं।

वसुंधरा राजे ने सचिन पायलट की माताजी रमा पायलट को झालरापाटन से चुनाव हराया था
पिछली वसुंधरा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे और मौजूदा विधानसभा में मालवीय नगर से बीजेपी विधायक कालीचरण सराफ ने कहा कि सचिन पायलट को कांग्रेस मुख्यमंत्री नहीं बना रही है, इस खीज में उन्होंने पूर्व वसुंधरा सरकार पर अनर्गल आरोप लगाए हैं। सराफ बोले- साल 2003 के विधानसभा चुनाव में सचिन पायलट की माताजी रमा पायलट को झालावाड़ के झालरापाटन से वसुंधरा राजे ने हराया था। उस हार की बेचैनी पायलट के आरोपों में साफ झलक रही है। वैसे भी सचिन पायलट यूपी के रहने वाले हैं, जिन्हें यह नहीं पता कि अशोक गहलोत ने 2008 में मुख्यमंत्री बनते ही पिछली वसुंधरा सरकार के खिलाफ माथुर आयोग बनाया था। लोकायुक्त से भी जांच करवाई थी, लेकिन जांच में कुछ नहीं निकला।

कांग्रेस के आम कार्यकर्ता को ऐसे लोगों से दूरी बना लेनी चाहिए
दूसरी ओर प्रदेश की गहलोत सरकार में राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने मीडिया से सचिन पायलट और उनके समर्थक मंत्री हेमाराम चौधरी का नाम लिए बगैर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पानी रोकने के लिए एक हाथ से दीवार बनाते हैं, लेकिन जो सीएम पद के दावेदार हैं, वो गलत स्टेटमेंट देकर दोनों हाथों से उस दीवार को गिराने का काम करते हैं। कांग्रेस के आम कार्यकर्ता को ऐसे लोगों से दूरी बना लेनी चाहिए, तभी कांग्रेस चुनाव जीत सकेगी। रामलाल जाट बोले- मैं तो इतना कह सकता हूं कि गहलोत सरकार ईमानदारी से काम कर रही है।