विंध्य क्षेत्र को अलग राज्य बनाने की मांग जोर पकड़ने लगी है। बीजेपी के मैहर से विधायक नारायण त्रिपाठी के तो बगावती तेवर सामने आने लगे हैं। उन्होंने विंध्य पार्टी बनने का एलान कर दिया है। उन्होंने यह घोषणा सोमवार, 10 अप्रैल को की।
मध्यप्रदेश में अब विंध्य क्षेत्र को अलग राज्य बनाने की मांग जोर पकड़ने लगी है। इस मामले में बीजेपी के मैहर से विधायक नारायण त्रिपाठी के बगावती तेवर सामने आने लगे हैं। उन्होंने विंध्य पार्टी बनने का एलान भी कर दिया। उन्होंने यह घोषणा सोमवार, 10 अप्रैल को की। साथ ही दो मई से सात मई तक मैहर में बागेश्वर महाराज की कथा आयोजित करने की भी घोषणा की। बता दें कि त्रिपाठी की नजर विंध्य की 30 सीटों पर है।
मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी मैहर क्षेत्र से अलग-अलग दलों से चुनाव लड़कर चार बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं। उन्होंने समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीते। साल 2014 के लोकसभा चुनाव के वक्त वे कांग्रेस के विधायक थे, लेकिन बाद में उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी और इस्तीफा देकर साल 2016 में बीजेपी के टिकट पर उपचुनाव में जीत दर्ज की। साल 2018 में बीजेपी ने फिर उन पर भरोसा जताया और वे दोबारा निर्वाचित हुए। वे समाजवादी पार्टी के टिकट पर लोकसभा चुनाव में भी किस्मत आजमा चुके हैं। हालांकि, उस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
साल 2018 में बनी कांग्रेस की सरकार के 15 महीने के कार्यकाल के दौरान प्रदेश में तख्ता पलट की कवायदों के दौरान भी नारायण सुर्खियों में रहे। बीजेपी विधायक होने के बावजूद तब के मुख्यमंत्री कमलनाथ से उनकी नजदीकियां और मुलाकातें सियासी गलियारों में सरगर्मियां घोलती रहीं।