बरेली के एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने अशरफ के साले सद्दाम की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया है। बरेली व लखनऊ एसटीएफ उसकी तलाश में जुटी है।

माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम के एनकाउंटर के बाद बरेली में अशरफ के गुर्गों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। बरेली के एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने अशरफ के साले सद्दाम पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया है। बरेली व लखनऊ एसटीएफ उसकी तलाश में जुटी है। जेल में बंद लल्ला गद्दी की हिस्ट्रीशीट खोलने की संस्तुति की गई है।

उमेश पाल हत्याकांड में अशरफ के नामजद होने के बाद सद्दाम और लल्ला गद्दी के खिलाफ बिथरी चैनपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था, जिसमें लल्ला जेल भेजा जा चुका है। उसकी हिस्ट्रीशीट खोलने के बाद गैंग चार्ट बनाने की तैयारी है। हाल ही में मारपीट, हमले से जुड़े सामान्य मामलों में भी उसका नाम जुड़ रहा है। अशरफ का साला सद्दाम अभी फरार है।

 

बरेली में तैयार किया था नेटवर्क 

अशरफ के बरेली जिला जेल में शिफ्ट होते ही सद्दाम यहां आ गया था। उसने फाइक एन्कलेव में ठिकाना बनाया। ढाई साल में अशरफ ने साले सद्दाम व लल्ला गद्दी के सहारे बरेली में नेटवर्क तैयार किया था। सद्दाम और लल्ला जेल में अशरफ की उसके गुर्गों से मुलाकात कराते थे। उधर, अतीक अहमद और अशरफ का रिमांड भी मंजूर हो गया है।

रिमांड से भी बढ़ी हलचल

अशरफ की रिमांड मंजूर होने से निलंबित हो चुके बरेली जेल के स्टाफ और अशरफ के गुर्गों में खलबली है। अशरफ से उसके गुर्गों की नियम विरुद्ध मुलाकात कराने में जेल के अफसरों की अहम भूमिका थी। प्रभारी डीआईजी जेल की रिपोर्ट पर उनको निलंबित किया गया था। अब उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। सूत्रों के मुताबिक रिमांड के दौरान अशरफ कई राज उगल सकता है।

सीओ थर्ड आशीष प्रताप सिंह ने बताया कि एसएसपी ने फरार सद्दाम की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। उसकी तलाश में टीमें जुटी हुई हैं। लल्ला गद्दी की हिस्ट्रीशीट खोलने की संस्तुति की गई है। इसके बाद गैंग का पंजीकरण भी कराया जाएगा।