लखनऊ और प्रयागराज कार्यालय की टीमों ने बुधवार को अतीक अहमद के परिजनों के 15 ठिकानों पर छापे मारे थे। इन ठिकानों से ईडी को अतीक की सौ से अधिक बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज बरामद हुए हैं, जिनकी गहनता से पड़ताल की जा रही है।

माफिया अतीक अहमद के करीबियों के प्रयागराज स्थित ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के छापों की कार्रवाई में उसकी काली कमाई का लेखा-जोखा सामने आया है। बुधवार को ईडी ने अतीक के रिश्तेदार, वकील, चार्टर्ड अकाउंटेंट आदि के ठिकानों पर छापे मारे थे। गुरुवार देर रात तक चली इस कार्रवाई के दौरान 84.68 लाख रुपये नकद, 60 लाख रुपये के गोल्ड बार, 2.85 करोड़ रुपये के सोने और हीरे के आभूषण और 30 मोबाइल, लैपटॉप, तमाम पेन ड्राइव, कंप्यूटर के अलावा तमाम संदिग्ध दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं।

ईडी के संयुक्त निदेशक जितेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में लखनऊ और प्रयागराज कार्यालय की टीमों ने बुधवार को अतीक अहमद के परिजन खालिद जफर, अकाउंटेंट सीताराम शुक्ला, चार्टर्ड अकाउंटेंट आसिफ जाफरी, सबीह अख्तर और अधिवक्ता सौलत हनीफ खान के 15 ठिकानों पर छापे मारे थे। इसके अलावा प्रयागराज के रियल एस्टेट कारोबारी संजीव अग्रवाल, दीपक भार्गव के अलावा अतीक और शाइस्ता के कुछ अन्य करीबियों के ठिकानों को भी खंगाला था।

इन ठिकानों से ईडी को अतीक की सौ से अधिक बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज बरामद हुए हैं, जिनकी गहनता से पड़ताल की जा रही है। ईडी के अधिकारियों के मुताबिक अतीक अहमद ने अपने बाहुबल का इस्तेमाल करके तमाम लोगों से वसूली की, जिससे ये संपत्तियां खरीदी गयीं। छापे के दौरान कई ऐसी संपत्तियों के दस्तावेज भी मिले हैं, जिसे अतीक ने अपना खौफ दिखाकर लोगों से अपने करीबियों के नाम रजिस्ट्री करवा ली।

वकील के पास मिले संपत्तियों के दस्तावेज
वकील सौलत हनीफ के घर से ईडी ने अतीक के नाम से खरीदी गई आवासीय एवं कृषि योग्य भूमि के दस्तावेज बरामद किए हैं। इनमें से एक संपत्ति लखनऊ के पॉश इलाके की है, जिसका क्षेत्रफल 5900 वर्ग मीटर है। इसे वर्ष 2013 में महज 29 लाख रुपये में खरीदा गया, जबकि इसकी सर्किल रेट के अनुसार इसकी कीमत 47 लाख रुपये थी। अधिकारियों के मुताबिक अतीक ने ये संपत्ति अपने खौफ के जरिए बतौर वसूली जबरन अपने नाम करवा ली थी। हैरानी की बात ये है कि इस संपत्ति के दस्तावेजों में विक्रेता को भुगतान का ब्योरा तक नहीं दर्ज है। इसी तरह उसने अपनी राजनीतिक ताकत का इस्तेमाल करते हुए लखनऊ के गोमती नगर स्थित अपनी एक अन्य संपत्ति को फ्री होल्ड करवा लिया था।

सपा सरकार में खौफ दिखा जुटाई संपत्तियां
छापों के दौरान अतीक की 100 से अधिक बेनामी संपत्तियों का पता चला है। इनको वर्ष 2012-13 से वर्ष 2016-17 के दौरान हासिल किया गया। ये संपत्तियां प्रयागराज और अन्य जगहों पर स्थित हैं। ये अतीक के सहयोगियों और अन्य व्यक्तियों के नाम से ली गई थीं। सुरक्षा कारणों से ईडी ने बेनामीदार खरीदारों और विक्रेताओं के नाम का फिलहाल खुलासा नहीं किया है। ईडी ने खालिद जफर के आवास से प्रयागराज की कुछ ऐसी संपत्तियों के दस्तावेज बरामद किए हैं, जिनको अतीक ने अपना खौफ दिखाकर सर्किल रेट से भी कम कीमत में अपने करीबियों के नाम लिखवा लिया था। ईडी की जांच में सामने आया है कि इन जमीनों को नगद खरीदना दर्शाया गया। हकीकत में जमीन के मालिकों को कोई भुगतान नहीं किया गया था।

ये हुई बरामदगी 
– 84.68 लाख रुपये नगद
– 60 लाख के गोल्ड बार
– 2.85 करोड़ की ज्वेलरी
– 30 इलेक्ट्रानिक डिवाइस
– 100 बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज

प्रयागराज में अतीक और अशरफ का हुआ मेडिकल

एनकाउंटर के सवाल पर अतीक के भाई अशरफ ने कहा कि अल्लाह की चीज थी, अल्लाह ने ले लिया। प्रयागराज में अतीक और अशरफ का मेडिकल कराया गया।